E-Paperhttps://bharatsamvadtv.live/wp-content/uploads/2024/01/jjujuu.gifUncategorized

*महू-सनावद ब्रॉड गेज का कार्य धीमा होने से निमाड़ क्षेत्रवासी मायूस*

रिपोर्ट सुधीर बैसवार 

सनावद / निमाड़ क्षेत्रवासियों के लिए महू-सनावद ब्रॉडगेज लाइन का सपना बहुत पुराना है।लेकिन रेलवे यातायात की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण महू-सनावद ब्रॉडगेज रेल लाइन का निर्माण कार्य चींटी की रफ्तार से चल रहा है। इस कारण संपूर्ण निमाड़ क्षेत्रवासियों में निराशा और मायूसी का वातावरण है। सनावद विकास संघर्ष समिति के सदस्यों डॉ.राजेंद्र पलोड़,राकेश गेहलोत, ओमप्रकाश बंसल,भूपेंद्र चतुर्वेदी,लक्ष्मीकांत राठी,जाकिर हुसैन अमी,बंटी सोलंकी ने केंद्रीय रेल मंत्री से मांग की है कि महू-सनावद ब्रॉडगेज रेललाइन कन्वर्शन के कार्य में तेजी लाई जाए। सदस्यों ने कहा कि देश की अन्य रेल परियोजनाओं का कार्य द्रुत गति से चल रहा है। लेकिन मध्यप्रदेश के निमाड़ क्षेत्रवासियों के साथ रेलवे विभाग द्वारा सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। डॉ. पलोड़ ने बताया कि सराय रोहिल्ला (दिल्ली) से हैदराबाद तक आने वाली मीटर गेज रेल लाइन को ब्रॉडगेज में परिवर्तन करने का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। लेकिन खंडवा से अकोट तक 173 किमी तथा सनावद से महू तक 52 किमी का ब्रॉडगेज कन्वर्शन का अभी भी कछुए की चाल से चल रहा है। दोनों ब्रॉडगेज का कार्य पूर्ण होते ही दिल्ली से हैदराबाद तक 1668 किमी ब्रॉडगेज रेल लाइन की सुविधा जनता को प्राप्त हो जाएगी।इस रेलवे रूट के पूर्ण होते ही इंदौर से मुंबई वाया खंडवा 300 किमी, इंदौर से पुणे 200 किमी,इंदौर से नागपुर वाया अकोला 143 किमी, इंदौर से बेंगलुरु वाया खंडवा 437 किमी तथा इंदौर से हैदराबाद वाया खंडवा-अकोला 578 किमी की दूरी कम होगी। अर्थात इन पांचों रेलवे ट्रेक को मिलाकर तकरीबन 1650 किमी की दूरी कम होगी। इससे रेल यात्रियों का समय और किराया दोनों बचेगा और विभिन्न क्षेत्रों से माल परिवहन में भी काफी सहूलियत होगी। प्रधानमंत्री एवं रेल मंत्री ने महू-सनावद रेलवे ट्रेक एवं खंडवा-अकोट रेलवे ट्रेक की उपयोगिता को समझते हुए इन दोनों ट्रेक का कार्य उज्जैन सिंहस्थ- 2028 के पूर्व मार्च- 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इन रेलवे ट्रेक को प्रधानमंत्री ज्योतिर्लिंग कॉरिडोर उज्जैन- ओंकारेश्वर रेल परियोजना में शामिल किया गया है। यद्यपि कार्य दोनों ओर से कार्य चल रहा है। फिर भी ऐसा नहीं लगता कि सिंहस्थ के पूर्व जनता को ज्योतिर्लिंग रेल परियोजना का लाभ मिल पाएगा। महू से चोरल के बीच लगभग 21 टनल बनाई जाएंगी। जिसमें सबसे बड़ी टनल 4.1 किमी लंबी है। समिति ने मांग की गई कि मध्यप्रदेश में चल रही रेल परियोजनाओं जैसे इंदौर-मनमाड़,इंदौर- छोटा उदयपुर,इंदौर- रतलाम डबल रेललाइन,महू- सनावद और खंडवा- अकोट कार्य की निगरानी के लिए एक निगरानी समिति गठन किया जाए। समिति ने रेल विभाग से ओंकारेश्वर रोड रेलवे स्टेशन का कार्य शीघ्र पूर्ण करने,वर्तमान में सनावद से खंडवा तक चलाई जा रही मेमो ट्रेन के फेरे बढ़ाने,रेल किराया कम करने,सनावद के पुनासा रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग पर जाम की समस्या के स्थाई समाधान की मांग भी दोहराई है।

Sudhir Baiswar

सुधीर बैसवार भारत संवाद न्यूज़ के सनावद तहसील के संवाददाता हैं. सुधीर बैसवार वर्तमान में भारत संवाद न्यूज़ ग्रुप के टीवी,वेब सहित भारत संवाद न्यूज़ समूह के सभी प्लेटफॉर्म्स के लिए योगदान दे रहे हैं.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!