बड़वाह कुलदीपसह अरोरा
सनावद / ग्रीष्म ऋतु में समीपस्थ ग्राम हीरापुर,दसोड़ा एवं बिंजलवाड़ा पेयजल और सिंचाई जल के संकट से लंबे समय से जूझ रहे हैं। रखरखाव और मरम्मत के अभाव में तीनों ग्रामों के तालाबों में वर्षा जल का पर्याप्त संग्रहण नहीं हो पा रहा है। इस कारण हीरापुर,दसोड़ा और बिंजलवाड़ा के निवासी भीषण जल संकट का सामना कर रहे हैं।
हीरापुर,दसोड़ा और बिंजलवाड़ा के ग्रामवासियों की जल समस्या के स्थायी समाधान हेतु विधायक सचिन बिरला मंगलवार को जलसंसाधन विभाग,एनवीडीए और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ लिए ग्राम हीरापुर, दसोड़ा और बिंजलवाड़ा पहुंचे। विधायक ने ग्राम हीरापुर,दसोड़ा और बिंजलवाड़ा के क्षतिग्रस्त तालाबों का निरीक्षण किया। विधायक ने भीकनगांव-
बिंजलवाड़ा उद्वहन परियोजना का भी निरीक्षण किया और
उद्वहन परियोजना निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को परियोजना का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जलसंसाधन विभाग की कार्यपालन यंत्री नीलम मेड़ा,एसडीएम सत्यनारायण दर्रो,तहसीलदार मुकेश मचार,एनवीडीए के उपयंत्री सोमव्रत अरजरिया,एसपी कोरी,केसी सावले,जेसी चौहान,तालाब संधारण एजेंसी जीवीपीआर कंपनी के अधिकारी प्रवीण कुमार पटेल एवं बीएल प्रजापत मौजूद थे। ग्रामवासियों ने विधायक और अधिकारियों के समक्ष तीनों तालाबों के गहरीकरण,तालाब के पालों की मरम्मत और तालाबों को अतिक्रमण से मुक्त करने की मांग रखी। विधायक ने ग्रामवासियों की समस्याओं को गंभीरता से लिया और अधिकारियों को तत्काल तीनों तालाबों की समस्याओं के समाधान हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। विधायक ने कहा कि प्रदेश के जलसंसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने तीनों तालाबों की मरम्मत और गहरीकरण हेतु पर्याप्त राशि
प्रदान करने के प्रति आश्वस्त किया है। इसके अलावा विधायक ने तीनों ग्रामों के वासियों के साथ जल समस्या पर विस्तारपूर्वक विचार विमर्श किया और ग्रामवासियों को आश्वस्त किया कि एनवीडीए की बिंजलवाड़ा उद्वहन परियोजना की नहर से हीरापुर तालाब तक लगभग दो हजार फीट पाइप लाइन बिछाकर तालाब में पानी छोड़ा जाएगा। इसी प्रकार दसोड़ा और बिंजलवाड़ा तालाबों में भी उद्वहन परियोजना का पानी पाइप लाइन के माध्यम से लाया जाएगा। इस संबंध में विधायक ने तालाब संधारण एजेंसी जीवीपीआर के अधिकारियों को तालाबों में उद्वहन परियोजना का जल लाने हेतु पाइप लाइन बिछाने के निर्देश दिए। विधायक ने ग्रामवासियों के सुझावों के अनुरूप तीनों ग्रामों की सिंचाई जल समस्या के समाधान की विस्तृत कार्ययोजना बनाई और अधिकारियों को ग्रामवासियों की मंशानुरूप तालाबों का जीर्णोद्धार करने हेतु प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। विधायक ने कहा कि तालाबों में जल संग्रहण से तीनों ग्रामों के जलस्रोतों का जलस्तर भी बना रहेगा और पूरे वर्ष भर पानी मिलता रहेगा। ग्रामवासियों ने विधायक को बताया कि ग्राम हीरापुर के तालाब का गहरीकरण जरूरी है और हीरापुर तालाब को बिंजलवाड़ा उद्वहन परियोजना की नहर से जोड़ा जाना चाहिए। साथ ही ग्राम दसौड़ा के तालाब का गहरीकरण,तालाब की साईटवाल की पिचिंग एवं तालाब में नया हाइड्रोलिक गेट लगाया जाना अत्यंत आवश्यक है।इसी प्रकार ग्राम बिंजलवाड़ा के तालाब की साईटवाल पिचिंग कार्य और तालाब को उद्वहन परियोजना से जोड़ा जाना भी अत्यंत आवश्यक है। ताकि तीनों तालाबों में वर्षा जल पूरे वर्ष भर संग्रहित रह सके।ग्रामवासियों ने कहा कि तीनों तालाबों में यदि वर्षा का जल संग्रहित रहे तो किसानों के खेतों के लिए सिंचाई जल और पेयजल की आपूर्ति की जा सकती है और पशुओं को भी पीने हेतु पानी मिल सकता है।
ग्राम दसोड़ा के ग्रामवासियों ने विधायक से शिकायत करते हुए कहा कि दसोड़ा तालाब में पानी छोड़ने हेतु बनाए गए दो गेटों में से एक गेट को संबंधित विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने कुछ किसानों की मिलीभगत से पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया है। इस कारण कारण तालाब रिक्त हो गया है। ग्रामवासियों ने बताया कि ग्राम दसोड़ा में पेयजल हेतु पानी दसोड़ा तालाब से लिया जाता रहा है और किसान तालाब के जल पर ही सिंचाई हेतु पूर्णतः निर्भर हैं। ग्रामवासियों ने गेट तोड़ने के दोषी अधिकारियों,
कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। विधायक ने तत्काल जिला कलेक्टर को पत्र प्रेषित कर दसोड़ा तालाब का गेट तोड़ने के जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। विधायक ने हीरापुर, दसोड़ा और बिंजलवाड़ा के तालाबों की तत्काल मरम्मत हेतु जल संसाधन विभाग भोपाल के मुख्य अभियंता विनोद देवड़ा को भी पत्र प्रेषित किया है। तालाबों के निरीक्षण के दौरान भाजपा नेता पदम बिर्ला,भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष सोहन यादव,नीलेश पटेल सहित बड़ी संख्या में ग्रामवासी उपस्थित थे।