
छत्तीसगढ़ में बिछेगी 278 किलोमीटर लंबी रेल लाइन, नए बनेंगे 21 स्टेशन, 8 जिलों को फायदा
संवाददाता तिलक राम पटेल
छत्तीसगढ़ में बिछेगी 278 किलोमीटर लंबी रेल लाइन, नए बनेंगे 21 स्टेशन, 8 जिलों को फायदा
छत्तीसगढ़ रेल परियोजना छत्तीसगढ़ के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकती है। छत्तीसगढ़ को एक महत्वपूर्ण रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर की सौगात मिली हैं। रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर की इस प्रोजेक्ट के तहत 278 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जानी है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 8741 करोड रुपए की लागत राशि खर्च होगी। इस रेलवे लाइन से 8 जिलों को सीधा फायदा पहुंचाने वाला है।
छत्तीसगढ़ को मिली यह नई रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित हो सकती है। केंद्रीय सरकार ने छत्तीसगढ़ को एक नई रेल लाइन प्रदान की है। लंबे समय से प्रस्तावित खरसिया से नया रायपुर-परमालकसा (दुर्ग-राजनांदगांव के बीच) 278 किलोमीटर लंबी डबल रेल लाइन को मंजूरी दी गई है। इस नई रेल लाइन से आठ जिले लाभान्वित होंगे। रायगढ़, जांजगीर-चांपा, सक्ती, बिलासपुर, बलौदाबाज़ार, रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव जिले फायदा पहुंचाने वाला है।
नई रेल लाइन को केंद्र सरकार के रेलवे मंत्रालय ने अनुमोदित किया है। इस परियोजना की लागत 8,741 करोड़ रुपये होगी। नई परियोजना से क्षेत्र में रेल सुविधाओं का विस्तार होगा। साथ ही सारंगढ़, सराईपाली, बसना और बलौदाबाजार के लोगों को रेल सेवा मिलेगी। इस परियोजना से बलौदाबाजार जिले और आसपास के क्षेत्रों को सीधी रेल कनेक्टिविटी मिलेगी। इस परियोजना के साथ ही इन क्षेत्रों में अभूतपूर्व बदलाव होगा।
रेल परियोजना की मुख्य विशेषताएं
कुल लंबाई:
278 किमी लंबा रेलमार्ग
कुल 615 किमी ट्रैक की लंबाई (दोहरी लाइन, यार्ड आदि मिलाकर)
स्टेशन
कुल 21 स्टेशन, जो क्षेत्रीय और इंटरसिटी ट्रैफिक को सपोर्ट करेंगे।
पुल व फ्लाईओवर:
48 बड़े पुल
349 छोटे पुल
14 रोड ओवर ब्रिज (ROB)
184 रोड अंडर ब्रिज (RUB)
5 रेल फ्लाईओवर
ट्रैफिक क्षमता:
सालाना 21 से 38 मिलियन टन कार्गो
8 मेल/एक्सप्रेस/सेमी हाई-स्पीड ट्रेनें चलने की संभावना
ईंधन और पर्यावरण संरक्षण:
हर साल 22 करोड़ लीटर डीजल की बचत
113 करोड़ किग्रा CO₂ उत्सर्जन में कटौती
यह लगभग 4.5 करोड़ पेड़ों के लगाने के बराबर है
इन जिलों का लाभ होगा
राज्य के रायगढ़, जांजगीर-चांपा, सक्ती, बिलासपुर, बलौदा बाजार, रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव जिलों को इस रेलवे परियोजना से लाभ मिलेगा। इस परियोजना से छत्तीसगढ़ में व्यापार और उद्योग में जल्द वृद्धि होगी। इस कदम से परिवहन इंफ्रास्ट्रक्चर और पर्यावरणीय स्थिरता में बदलाव आएगा।