
*तीन जुड़वां शिशुओं को मिला एसएनसीयू उपचार से नवजीवन*
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भारत संवाद /मुरलीधर पारीक/नागौर
नागौर, 17 अप्रैल 2025। नागौर जिले के राजकीय जेएलएन अस्पताल की स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एस.एन.सी.यू.) में एक बार फिर नवजात शिशु चिकित्सा सेवा ने उत्कृष्ट उपलब्घि प्राप्त की है। इस इकाई में उपचारत तीन गंभीर स्थिति के जुड़वा कम वजन के नवजात शिशुओं को नया जीवन प्राप्त हुआ है।
निदेशक आरसीएच डॉ. सुनीत सिंह राणावत ने बताया कि नागौर जिले के निजी अस्पताल में जन्मे इन तीन जुड़वा शिशुओं को गंभीर स्थिति में 11 फरवरी को नागौर के राजकीय जेएलएन अस्पताल की एसएनसीयू में भर्ती कर उपचार प्रारंभ किया गया। उन्होंने बताया कि तीनों शिशुओं का जन्म के समय सामान्य से बहुत कम वजन मात्र 910 ग्राम, 930 ग्राम और 960 ग्राम था और उनका जीवन खतरे में था। चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ की विशेष देखभाल, तकनीकी विशेषज्ञता और उच्चस्तरीय चिकित्सा उपकरणों के कारण आज तीनों सुरक्षित एवं स्वस्थ हैं।
परियोजना निदेशक बाल स्वास्थ्य डॉ. प्रदीप चौधरी ने बताया कि शिशुओं के फेफड़ों की स्थिति को सुधारने में ’सर्फैक्टेंट’ थैरेपी का उपयोग करते हुए निजी क्षेत्र में अत्यधिक महंगा रहने वाला यह उपचार एसएनसीयू इकाई में निशुल्क उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने बताया कि लगभग 67 दिन की सतत चिकित्सा, पोषण प्रबंधन, ऑक्सीजन सपोर्ट, संक्रमण नियंत्रण और माँ के दूध की निरंतर व्यवस्था के कारण अब तीनों बच्चों का स्वास्थ्य बेहतर हो चुका है और उनका वजन सुरक्षित स्तर तक बढ़ चुका है। चिकित्सकों की देखरेख में अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं।
मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर जुगल किशोर सैनी ने बताया कि राजकीय चिकित्सालयों में स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट संचालित है, जहाँ नवजात शिशुओं के लिए उच्च स्तरीय उपचार-देखभाल सेवाएं निःशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही
है.