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सनावद पुलिस को मिली बड़ी सफ़लता 4 साल से फरार ईनामी आरोपी पंकज खान चंदानी को किया गिरफ्तार जालसाजी और 420 के मामले में था अभियुक्त

मालवा निमांड के कई लोग हुऐ इसकी ठगी के शिकार सांई प्रसाद ग्रुप का संचालक था पंकज खानचंदानी

रिपोर्ट सुधीर बैसवार 

सनावद। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा पूर्व में हुई घटना में फरार आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए है। नगर के पुलिस थाने में ऐसे ही एक मामले में 4 साल से फरार इनामी आरोपी की गिरफ्तारी की। फरियादी सुरेन्दसिंह पिता फतेसिंह पंवार उम्र 42 साल निवासी टवडीपुरा सनावद के द्वारा लिखित रिपोर्ट दर्ज करवाई कि योगेश पिता सुरज गिरी व महेन्द पिता हरि गिरी निवासी टोकसर सनावद के साथ मैं 2004 में साँई प्रसाद ग्रुप ऑफ कम्पनी में एजेन्ट के तौर पर काम किया था। लेकीन 2011 में साँई प्रसाद ग्रुप ऑफ कम्पनी बंद हो जाने से योगेश व महेन्द्र ने मुझे बहकावे में लेकर बोले व लिखकर दिये कि उक्त कंपनी में लगा पालिसियों का रूपया हम दिलवा देगे।

अभी हम साँई स्वरूप इन्फरा इण्डिया लिमीटेड कंपनी में काम कर रहे है। तुम भी हमारे पास काम करो। तुम्हे साँई प्रसाद कंपनी के इन्वेस्टर परेशान नहीं करेंगे। तुम प्रोफिट कमाकर उनको दे देना। तब मैंने दिनांक 30/12/2014 से 02/10/2015 तक अपने परिचित व रिश्तेदारों की करीबन 53 पालिसीयाँ 15 लाख रुपए की दिलवाई थी। लेकीन साँई स्वरूप इन्फरा इण्डिया लिमीटेड कंपनी के बंद हो जाने से योगेश व महेन्द्र बोले की यह साई प्रसाद गुफ ऑफ कम्पनी की ही शाखा। पालिसियो का रूपया हम दिलवा देगे।

बोलकर बोले की ग्रीन लीफ सोईल फर्टीलीटी एंकर प्रायवेट लिमीटेड व जैवीक खाद दवाई की कम्पनी में अच्छा काम है। अगर तुम 8 लाख 50 हजार का खाद दवाई खरिदते हो तो तुम्हे खाद के साथ साथ 75 हजार रूपये महिना 20 माह तक मिलेगा। और मुझे उक्त कम्पनी का अकाउंट न 50200029906130 दिये थे। मेरे साँई स्वरूप इन्फरा इण्डिया लिमीटेड कंपनी के रूपये उनके पास निवेश होने से मैं दिनाँक 01/04/2018 से अपने खाता क्र. 10019027188 आईडीएफसी बैंक व चेक के माध्यम से 8 लाख 10 हजार रूपये जमा किये थे। तथा योगेश व महेन्द्र को नगद 12 लाख 50 हजार रूपये दिये थे।

जो योगेश गिरी मेरी डायरी में उसके हाथ से लिख कर दिया है। इसके बदले में मुझे अपने खाते व अपनी लड़की तुलसी पवार के खाते से बैंक आफ इन्डिया में 11 लाख रूपये प्राप्त हो गये है। लेकिन अभी भी ग्रीन लीफ सोईल फर्टीलीटी एंकर प्रायवेट लिमीटेड व जैवीक खाद दवाई के मुझे 9 लाख रूपये लेना शेषा है। इसके पश्यात योगेश गिरी व महेन्द्र गिरी दोनो ने मुझे बताया कि अभी हम केपीटल शेयर रिसर्च स्टाक एडवाईजरी कंपनी 202 शफायर हऊस, सी 21 के सामने इन्दौर के मालिक पंकज खानचंदानी के साथ काम कर रहे है। जो 15 प्रतीशत ब्याज देगा तुम लोगो से खाद दवाई का बोलकर रूपया लाओ तो हम तुम्हे 08-10 प्रतिशत ब्याज देगे।

तब मैंने इन तीनो के कहने पर दिनाँक 08/09/2019 से 88 लाख रू नगदी तथा योगेश गिरी, सीमा गिरी, पंकज खानचंदानी व श्रुती खानचंदानी के खातों में इधर उधर से ब्याज से व अपने परिचीतो से लेकर स्वयं एवं अपने परिचीतो के खातो के माध्यम से करीबन 52 लाख स जमा किये है। जो मुझे कुछ समय तक अपने खातो में 28 लाख रूपये मिले है। तथा नगदी 42 लाख 90 हजार रू नगद 28/04/21 तक प्राप्त हो गये है। जो योगेश ने अपने हाथ से स्वयं लिख कर दिया है। जो मेरे पास है। अभी भी उक्त दोनो से मुझे करीबन 90 लाख रूपये लेना शेष है। उक्त सभी रूपये मैने अपने परिचीतो से व आसपास मोहल्ले के लोगो से ब्याज पर लेकर दिया हूँ। योगेश गिरी व महेन्द्र गिरी दोनो मुझे व अन्य लोगों को बहकावे में लेकर साँई स्वरूप इन्फरा इण्डिया लिमीटेड कंपनी, ग्रीन लीफ सोईल फर्टीलीटी एंकर प्रायवेट लिमीटेड व जैवीक खाद दवाई व केपीटल शेयर रिसर्च स्टाक एडवाईजरी कंपनी मे लाखो रूपये का निवेश करवाकर धोखाधडी कर ठगी कर फरार हो गये है। थाना प्रभारी आरएस ठाकुर ने बताया कि फरियादी की रिपोर्ट पर से थाना सनायद पर अप.क्र. 506/2021 धारा 420,34 भादवि का पंजबीध्द कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान आरोपीगण पंकज पिता बुलचंद खानचंदानी निवासी इन्दौर, 2. महेन्द्र पिता हरि गिरी गोस्वामी एवं योगेश पिता सूरज गिरी गोस्वामी निवासी सनावद को माननीय उच्च न्यायालय खण्डपीठ इन्दौर द्वारा जमानत का लाभ दिया गया था।

जमानत पश्चात आरोपी पंकज खानचंदानी पिता बुलचंद खानचंदानी द्वारा माननीय उच्च न्यायालय खण्डपीठ इन्दौर द्वारा दी गई शर्तों का पालन न करते हुए जमानत से फरार हो गया। टीआई ठाकुर ने उक्त फरार आरोपी की तलाश में विगत चार वर्षों से लगातार की जा रही थी। आरोपी अत्यंत शातिर होकर लगातार अपने निवास के पते बदल रहा था जिससे उसे पकड़ना लगभग असंभव हो गया था। प्रकरण मे पुलिस द्वारा मुखबिर मामूर कर फरार आरोपी की तलाश के अथक प्रयास किये गये। इस दौरान मुखबिर की सूचना मिली की फरार आरोपी पंकज खानचंदानी वर्तमान में कानपुर मे नाम बदलकर निवासी कर रहा है। मुखबिर की सुचना पर त्वरित कार्यवाही कर टीम गठित की गई। टीम में उपनिरीक्षक रमेशचन्द गेहलोत आरक्षक उदयराज मीणा द्वारा तत्काल रवाना होकर कानपुर पहुंचे एवं मुखबिर के बताये पते पर जाकर जानकारी प्राप्त करते आरोपी पंकज खानचंदानी ने अपना नाम पंकज अहुजा एवं अपनी प्रेमिका ज्योति का नाम परिवर्तित कर लक्ष्मी अहुजा रखकर रह रहा था। जिसे टीम द्वारा स्थानीय पुलिस की मदद लेकर पकड़ा एवं उससे नाम पुछते पुर्व में उसके द्वारा अपना नाम पंकज अहुजा होना बताया। जिसके बाद गिरफ्तार कर यहां लेकर आए है।

Sudhir Baiswar

सुधीर बैसवार भारत संवाद न्यूज़ के सनावद तहसील के संवाददाता हैं. सुधीर बैसवार वर्तमान में भारत संवाद न्यूज़ ग्रुप के टीवी,वेब सहित भारत संवाद न्यूज़ समूह के सभी प्लेटफॉर्म्स के लिए योगदान दे रहे हैं.

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