
मण्डला आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला के अनेक ग्रामों में गर्मी शुरू होते ही पेयजल की समस्या शुरू हो जाती है। पीने के पानी के लिए लोगों को जद्दोजहद करनी पड़ती है। पेयजल के लिए मंगलवार को जिला मुख्यालय के करीबी ग्राम पंचायत बड़ी खैरी के लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। लोग बर्तन लेकर मार्ग पर उतर आए और पेयजल की उचित व्यवस्था के लिए मार्ग जाम कर दिया। बताया गया कि पानी की किल्लत से त्रस्त ग्रामीणों ने आरडी कॉलेज माग्र में तालाब के पास सड़क पर जाम लगा दिया। इस दौरान भारी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और युवा सड़क पर बैठ गए, जिससे यातायात पूरी तरह से बंद हो गया।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम में पेयजल आपूर्ति विगत एक सप्ताह से बंद है। जिसके कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी के इस मौसम में पानी जैसी मूलभूत आवश्यकता की पूर्ति न होने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार संबंधित अधिकारियों को इस समस्या की सूचना दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत द्वारा सुबह 4 बजे कुछ देर के लिए पानी की सप्लाई की जाती है, जो पर्याप्त नहीं है। इसके साथ ही टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है, लेकिन यह भी लोगों की जरूरत पूरी नहीं कर पा रहा। क्षेत्रवासियों और महिलाओं ने मांग की है कि सुबह-शाम दो बार पानी दिया जाए। इसके साथ ही सुबह की सप्लाई 6 बजे के बाद की जाए, जिससे उन्हें रात में न जागना पड़े।
बर्तन लेकर किया प्रदर्शन
प्रदर्शन के दौरान महिलाएं और पुरुष अपने-अपने पानी भरने के बर्तन लेकर सड़कों पर उतर आए। उन्होंने जमकर नारेबाजी करते हुए प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए और कहा कि जब तक स्थायी समाधान नहीं होता, तब तक प्रदर्शन करने की बात कही, लेकिन स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और आश्वासन देने के बाद प्रदर्शन बंद किया गया।
समस्या समाधान का दिया आश्वासन
बताया गया कि ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही पीएचई ईई मनोज भास्कर, तहसीलदार हिमांशु भलावी और कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। जहां गांव के सरपंच, उपसरपंच और सचिव भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने बताया कि समूह नल जल प्रदाय योजना का मोटर पंप खराब हो गया है। इसे मरम्मत के लिए जबलपुर भेजा गया है। इसके स्थायी समाधान के लिए नगर पालिका क्षेत्र में ट्यूबवेल खनन किया जाएगा। आवश्यकता पडऩे पर नर्मदा नदी से लिफ्ट नल जल योजना भी बनाई जाएगी। अधिकारियों ने तीन दिन में समस्या के समाधान का आश्वासन दिया। इसके बाद महिलाओं ने धरना समाप्त कर दिया