
रामदुलारे के दर्शन को उमड़ पड़े राम भक्त – जिले भर में धूमधाम से मनाया हनुमान प्रकटोत्सव
13 अप्रैल 25
ब्यूरो किशोर सिंह राजपूत
शाजापुर। बेगि हरो हनुमान महाप्रभु, जो कछु संकट होय हमारो, कपि संकट मोचन नाम तुम्हारा, इन भजनो के साथ शनिवार के दिन की शुरूआत हुई और दिनभर शहरवासी रामभक्त हनुमान के जन्मोत्सव में व्यस्त रहे। कहीं भंडारे का आयोजन किया गया तो कहीं पर अभिषेक और प्रसादी वितरण का आयोजन हुआ, जिसका हजारों शहरवासियों ने लिया। राम भक्त हनुमान को कई जगह छप्पन भोग लगाया गया तो कई जगह पर भंडारे का भी आयोजन किया गया।
जिलेभर में रामदूत के पवनपुत्र के जन्मोत्सव का उत्साह देखते ही बन रहा था। जिले के हनुमान मंदिरों में शनिवार को धार्मिक अनुष्ठान के साथ हनुमान जन्मोत्सव मनाया गया। कहीं अखंड रामायण की पूर्णाहुति हुई, तो कहीं संगीतमय सुंदरकांड का आयोजन किया गया। सुबह से लेकर रात तक हनुमानजी के भक्तों ने कतारबद्ध होकर बाबा के दर्शन किए। नगर के प्रसिद्ध डांसी हनुमान मंदिर में अलसुबह से ही बाबा का अभिषेक किया जाकर आकर्षक शृंगार किया गया। अतिप्राचीन मुरादपुरा हनुमान मंदिर में भी सुबह ही दर्शनार्थियों की भीड़ लगना शुरू हो गई थी। दिनभर बाबा के दर्शन का सिलसिला चलता रहा। शाम होते ही मंदिर में भक्तों की भीड़ बढ़ गई, जो देर रात तक चलती रही। बाबा की महाआरती में सैकड़ो लोगों ने भाग लिया। बालवीर हनुमान मंदिर पर भी कई दिनों से चल रही तैयारियों ने आयोजन की शोभा बढ़ा दी। जिसके चलते बाबा बालवीर के श्रृंगारित स्वरूप को निहारने के लिए सुबह से शाम तक भक्तों की कतार लगी रही। यहां भी प्रभु को श्रीखंड का भोग लगाकर प्रसादी वितरित की गई। रात 8 बजे हुई बाबा बालवीर की महाआरती मे भक्तों का सैलाब उमड़ा।
यहां भी लगी भक्तों की कतार
शहर के श्री शनिविजय हनुमान मंदिर, लालपुरा स्थित हनुमान मंदिर, विजयश्री हनुमान मंदिर हरायपुरा, हनुमान मंदिर वजीरपुरा, काशी विश्वनाथ महादेव स्थित हनुमान मंदिर विजयनगर, गिरवर हनुमान मंदिर, मूलीखेड़ा रोड स्थित हनुमान मंदिर, बलवीर हनुमान मंदिर भावसार मोहल्ला सहित नगर के 100 से अधिक छोटे-बड़े हनुमान मंदिरों में बाबा की जयंती धार्मिक आयोजनों के साथ मनाई गई।
सिद्धवीर हनुमान मंदिर पर उमड़ी भीड़
जिले के चमत्कारी श्री सिद्धवीर हनुमान मंदिर में भी हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। यहां सुबह बाबा का अभिषेक किया गया। अभिषेक के बाद बाबा को छप्पन भोग लगाया गया। इसके पूर्व बाबा का आकर्षक श्रृंगार किया गया था जिसे निहारने बोलाई सहित जिले से ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों के लोग भी यहां पहुंचे और सिद्धवीर बाबा का आशीर्वाद लिया। यहां सुबह से देर रात तक भक्तों की भीड़ लगी रही। जिसके चलते मंदिर में पैर रखने तक की जगह नहीं थी। यहां प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भंडारे का आयोजन किया गया।