
सहायक नियंत्रक देवीपाटन के आदेश से संगठन मे आक्रोश- सुनील उपाध्याय
सावंदाता विवेक सिनहा
भारत सवांद न्यूज़
वाराणसी उत्तर प्रदेश
वाराणसी। हम लोगों को ऑफलाइन सत्यापन के लिए दिनांक 26 को नियंत्रक द्वारा रोक दिया गया था तो 27 को हमने मांगपत्र दिया और कार्य का बहिष्कार करते हुए हड़ताल कर दिया गया। दिनांक 1 अप्रैल को आंदोलन सफल हुआ और दिनांक 4 को नियंत्रक द्वारा आदेश को संशोधित किया गया और ऑनलाइन सत्यापन की बाध्यता समाप्त कर दी गई संगठन द्वारा दिनांक 5 को हड़ताल समाप्त करते हुए दिनांक 6 को संगठन द्वारा नियंत्रक महोदय को आभार पत्र प्रेषित किया गया। उक्त बातें बाट-माप मरम्मतकर्ता वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष ने मीडियाकर्मियों को बताई। उन्होंने कहा कि आज मुझे मीडिया से रूबरू इस लिए होना पड़ रहा है कि सहायक नियंत्रक देबी पाटन जोन गोंडा मंडल द्वारा एक आदेश जारी हुआ है जिसमें उन्होंने नियंत्रक महोदय के मूल भावना को एकदम पलटते हुए जहां नियंत्रक द्वारा ऑनलाइन शब्द वैकल्पिक था वहीं सहायक नियंत्रक ने उस ऑनलाइन व्यवस्था को अनिवार्य कर दिया गया। गोंडा के केंद्र प्रभारी द्वारा कहा जा रहा है कि अब आपको दोनों सत्यापन कराना जरूरी है वरना ऑनलाइन सत्यापन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब नियंत्रक द्वारा हम लोगों को कोई पहचानपत्र जारी ही नहीं किया गया तो किस आधार पर हम ट्रेडर आईडी बनाने के लिए व्यापारी के पास जाए इस नए आदेश से पुनः उलझन की स्थिति उत्पन्न हो गई है जिससे संगठन में भ्रम के साथ साथ आक्रोश व्याप्त है और पुनः संगठन आंदोलन की राह पर चलने के लिए बाध्य हो रहा है। अतः मेरा नियंत्रक महोदय से अनुरोध है कि हम लोगों को कार्य करने के लिए स्थिति स्पष्ट करे वरना पुनः आंदोलन करने के लिए हम लोग मजबूर होंगे।