
विवेकानन्द पॉलीक्लीनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ के नेत्र रोग विभाग एवं किरन फाउण्डेशन के सहयोग से विश्व ऑप्टोमेट्री दिवस के अवसर पर कल सम्मान समारोह का आयोजन किया जायेगा। ऑप्टोमेट्रिस्ट समुदाय द्वारा दृष्टि देखभाल तथा नेत्र स्वास्थ्य में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती है इसलिए संस्थान दिनांक 17 से 23 मार्च तक विश्व ऑप्टोमेट्री सप्ताह के रूप में मना रहा है। विवेकानंद पॉलीक्लिनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान के सचिव स्वामी मुक्तिनाथlनंद ने आज यह जानकारी दी।
स्वामी जी ने बताया कि सर्वप्रथम विश्व ऑप्टोमेट्री दिवस 23 मार्च 1986 को मनाया गया और तब से यह वार्षिक उत्सव के रूप में मनाया जाता रहा है। अंतर्राष्ट्रीय ऑप्टोमेट्रिक और ऑप्टिकल लीग (आईओओएल) ने दुनिया भर में ऑप्टोमेट्री के विस्तार और महत्व को उजागर करने के लिए इसकी स्थापना की गई। आईओओएल को अब विश्व ऑप्टोमेट्री परिषद (डब्ल्यूसीओ) के नाम से जाना जाता है।
प्रत्येक वर्ष मार्च में विश्व ऑप्टोमेट्री समुदाय एक साथ इकट्ठा होकर अपने उपलब्धियों का जश्न मनाता है व भविष्य के पीढी को उत्साहित करता है इसलिए साल के प्रत्येक वर्ष 23 मार्च विश्व ऑप्टोमेट्री दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर ऑप्टोमेट्रिस्ट के योगदान के बारे में बताया जाता है कि वह कितना महत्वपूर्ण योगदान समाज को प्रदान कर रहे हैं जिसमें दृष्टि को कैसे सुरक्षित रखा जाय, दृष्टि स्वास्थ्य को बढावा देना और साथ ही साथ समुदाय के दृष्टि देखभाल में उन्नति इत्यादि। इतना ही नही नेत्र देखभाल को अधिक सुलभ बनाकर, सामान्य दृष्टि संबंधी समस्याओं का इलाज किया जा सकता है तथा बच्चों और वयस्कों दोनों में अंधत्व को रोका जा सकता है साथ ही साथ विश्व ऑप्टोमेट्री दिवस प्रदाताओं और रोगियों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह ऑप्टोमेट्री विषय के बारे में जागरूकता बढ़ाता है और लोगों को याद दिलाता है कि नियमित नेत्र देखभाल इतनी महत्वपूर्ण क्यों है।
इस अवसर पर संस्थान में कार्यरत समस्त ऑप्टोमेट्रिस्ट को उनके योगदान के लिए उक्त अवसर पर संस्थान के नेत्र रोग विशेषज्ञ डा0 अर्पणा अग्रवाल, डा0 जिम्मी मित्तल व डा0 नितिका पाण्डेय द्वारा समस्त ऑप्टोमेट्रिस्ट को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया किया जाएगा।