
राहुल गांधी के खास विधायक विक्रांत भूरिया को मिली बड़ी जिम्मेदारी, बने ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस के चेयरमैन
MP Congress News: मध्य प्रदेश के झाबुआ से कांग्रेस विधायक डॉ विक्रांत भूरिया को कांग्रेस पार्टी में एक नई और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। पार्टी ने उन्हें ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस का चेयरमैन नियुक्त किया है, जिससे उनके कद में और भी वृद्धि हुई है।यह नियुक्ति कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आदेश पर की गई है, और इसे संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा जारी किया गया पत्र पुष्टि करता है।
विक्रांत भूरिया की नई जिम्मेदारी
ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में विक्रांत भूरिया का कार्यकाल तत्काल प्रभाव से शुरू हो गया है। यह जिम्मेदारी उन्हें शिवाजी राव मोघे के स्थान पर सौंपी गई है। कांग्रेस पार्टी ने भूरिया की कार्यशैली और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए यह बड़ा कदम उठाया है। इस नई जिम्मेदारी के साथ वे अब आदिवासी समुदाय के मुद्दों और विकास के लिए पार्टी की नीतियों को मजबूत करेंगे।
भूरिया का राजनीति में सफर और योगदान
विक्रांत भूरिया, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया के बेटे हैं, पेशे से डॉक्टर हैं और उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत मध्य प्रदेश के झाबुआ क्षेत्र से की थी। पिछली विधानसभा चुनाव में उन्होंने झाबुआ से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और विधायक के रूप में जीत दर्ज की। उनके पिता कांतिलाल भूरिया भी मध्य प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण नाम रहे हैं, और विक्रांत भूरिया ने इस राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया है।
2024 के बाद बदली राजनीति की दिशा
विक्रांत भूरिया ने 2024 में अप्रैल महीने में मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद उनकी राजनीतिक दिशा पर चर्चा शुरू हो गई थी। कई लोगों ने अनुमान जताया था कि वे ऑल इंडिया यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं, लेकिन पार्टी ने जम्मू कश्मीर के उदय भानु चिब को यह जिम्मेदारी सौंप दी थी। इसके बाद अब उन्हें एक और बड़ी जिम्मेदारी दी गई है, जो उनकी राजनीतिक यात्रा का महत्वपूर्ण मोड़ है।
आदिवासी समुदाय के मुद्दों पर फोकस
ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस का चेयरमैन बनने के बाद विक्रांत भूरिया के लिए आदिवासी समुदाय के मुद्दों को उठाना और उनका समाधान निकालना बड़ी प्राथमिकता बन जाएगी। उनके इस नए पद पर काबिज होने से आदिवासी समुदाय के विकास के लिए कांग्रेस की नीति और कार्यक्रमों को और अधिक गति मिल सकती है।
विक्रांत भूरिया की नियुक्ति से यह भी संकेत मिलता है कि कांग्रेस पार्टी आदिवासी समुदाय को अपनी राजनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हुए उनकी आवाज को बुलंद करने के लिए प्रतिबद्ध है। भूरिया की नेतृत्व क्षमता और उनके समाज के प्रति समर्पण को देखते हुए पार्टी को उम्मीद है कि वे आदिवासी समुदाय के मुद्दों को प्रभावी रूप से उठाएंगे और कांग्रेस पार्टी को इस समुदाय में और अधिक मजबूत बनाएंगे।