
श्रीमती प्रतिमा मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट में सीआईडी जीती
लखनऊ. संवाददाता अमित चावला
लखनऊ. सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए प्रथम श्रीमती प्रतिमा सिंह मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल मुकाबले में सीआईडी टीम ने सुपरनोवा को 7 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। टॉस सीआईडी टीम ने जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। सुपरनोवा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर 125 रन बनाए। जवाब में, सीआईडी ने 18 ओवरों में 3 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। सीआईडी के रामू यादव ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 50 रन बनाए, जबकि रत्नेश सिंह ने भी 33 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली। गेंदबाजी में राजनिकांत चक्रवर्ती ने 4 ओवर में मात्र 10 रन देकर 3 विकेट झटके। सुपरनोवा की ओर से आयुष अग्रवाल (गोलू) ने 25 रन बनाए, जबकि गेंदबाजी में जस्मीत सिंह ने 4 ओवर में 20 रन देकर 1 विकेट लिया।
इस टूर्नामेंट की सबसे खास बात यह रही कि सभी खिलाड़ियों ने अपनी जर्सी के पीछे अपनी मां का नाम लिखवाया था, जिससे यह आयोजन और भी भावनात्मक और प्रेरणादायक बन गया। खिलाड़ियों के परिवार के सदस्य बड़ी संख्या में स्टेडियम में मौजूद रहे और उन्होंने अपने बेटों का हौसला बढ़ाया। मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार नरेंद्र भदौरिया और भारतीय जनता युवा मोर्चा के महामंत्री हर्षवर्धन सिंह उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अनिल कुमार ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। लखनऊ क्रिकेट के कई वरिष्ठ खिलाड़ी, जिनमें आदिल पाशा और एस.पी. सिंह प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
इस टूर्नामेंट का आयोजन अविशा स्पोर्टिंग, वेलनेस लखनऊ और डी.डब्ल्यू.एस. के सहयोग से किया गया। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे आयोजन हमेशा यादगार होते हैं और खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करते हैं।
इस भव्य आयोजन की सफलता को देखते हुए आयोजन समिति ने द्वितीय संस्करण की घोषणा कर दी है। श्रीमती प्रतिमा सिंह मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट – सीजन 2 में 24 टीमें भाग लेंगी और यह 1 नवंबर 2025 से शुरू होगा।
मैन ऑफ द सीरीज का खिताब शाजेब खान रसेल ने जीता, जबकि टूर्नामेंट के बेस्ट बल्लेबाज शैलेंद्र सिंह रहे, बेस्ट गेंदबाज का खिताब करियर के अजय द्विवेदी को मिला, बेस्ट फील्डर का खिताब रामू यादव ने जीता और बेस्ट विकेटकीपर का पुरस्कार बीडब्ल्यूसीए के शुभम को दिया गया।
आयोजकों ने इसे प्रतिवर्ष कराने का संकल्प लिया, जिससे क्रिकेट और खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का और बेहतर मंच मिल सके।