
खस्ताहाल सडकों कि मरम्मत और सुगम आवागमन हेतु पूर्व विधायक हितेंद्र सिंह सोलंकी ने लोक निर्माण मंत्री को लिखा पत्र
रिपोर्ट सुधीर बैसवार
सनावद नगर से जिला मुख्यालय खरगोन को जोड़ने वाले मार्ग की मरम्मत और साइडों को व्यवस्थित करने के उद्देश्य को लेकर क्षेत्र के पूर्व विधायक हितेंद्र सिंह सोलंकी द्वारा लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह को पत्राचार किया गया। पूर्व विधायक हितेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि खंडवा खरगोन जिले में स्थित मूंदी थर्मल पावर प्लाट एवं ओंकारेश्वर सोलर प्लांट ,सेल्दा प्लाट के राखड़ के बड़े डंपर बल्कर सहित अन्य परिवहन एवं और लोडिंग वाहनों के चलते जिला मुख्यालय मार्ग में जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे होने से आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही है।
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सड़क का निर्माण कम वजन के वाहनों के लिए किया गया था। लेकिन इस सड़क पर अब ओवरलोड वाहनों कि अधिकतम आवा जाही के चलते इस सड़क मार्ग पर एक से दो फुट तक के गहरे गड्ढे हो चुके हैं। हालात ये हो रहे हैं कि आसपास के ग्रामीण निवासियों का इधर से निकलना दुश्वार हो रहा है।
विधानसभा क्षेत्र के सनावद बड़ुद बेड़ियां सहित गोगावा एवं मुख्य मार्ग पर बसे गांव में लोग धूल और प्रदूषण के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
इस संबंध में लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह जी से भेंट कर उक्त मार्ग के शीघ्र मरम्मत करवाने विषय में चर्चा कर प्राथमिकता के आधार पर करवाने का आग्रह किया । जिससे आवागमन सुगम होने के साथ होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा और राहगीरों को सहूलियत प्राप्त होगी।
*हर साल दो से तीन हादसे होते हैं*
लोगों के मुताबिक सनावद,बेड़ियां सताजना,गोगावां क्षेत्र में हर साल दो से तीन हादसे होते हैं। इसमें लोगों की मौत हो जाती है। कुछ साल पहले गोगावां के पास स्थित नहर में दो हादसे हो चुके हैं। इसमें परिवार के सात लोगों की मौत हो चुकी है।
*साइड पट्टी को दुरस्त कर गड्ढों को पेंचवर्क की मांग*
जिला मुख्यालय मार्ग के सनावद से लेकर खरगोन तक मार्ग की दोनों की साइड पट्टी पर व्यवस्थित साइट शोल्डर कि शीघ्र मरम्मत कर गड्ढों में व्यवस्थित पेवर ब्लॉक की जगह पेंच वर्क करने से आवागमन सुगम होगा और दुर्घटनाओं पर अंकुश लगेगा।
*अंधे मोड़ पुल पुलिया और नहरों पर संकेतक बोर्ड सूचना पटल लगाने की मांग*
सनावद सहित जिलेभर में नहर पर बने पुल पुलियाओं पर कोई संकेतक नहीं हैं।साथ ही कई जगह अंधे मोड़ हैं। इसके चलते वाहन चालक को संभलने का मौका भी नहीं मिल पाता है और वाहन नहर में गिर जाता है। इसके पहले भी कई हादसे हो चुके हैं। फिलहाल नहर में पानी का बहाव तेज है। इसके चलते वाहन डूब जाता है। इसमें सवार लोगों का बचना मुश्किल है। क्योंकि पूर्व में हुए हादसों में भी अधिकांश वाहन सवार लोगों की मौत हो चुकी है। जिसका मुख्यकारण सूचना पटल ओर संकेतक बोर्ड का अभाव होना।