
पत्रकारिता करना जोखिम भरा कार्य हो गया..पत्रकार हैं असुरक्षित-आनंद सिंह अन्ना
संवाददाता विवेक सिनहा
भारत संवाद न्यूज़
वाराणसी उत्तर प्रदेश
वाराणसी। दिनांक 4 जनवरी, चितईपुर के निराला नगर स्थित चंद्रा साहित्य परिषद के प्रधान कार्यालय पर नववर्ष के उपलक्ष्य में एक संगोष्ठी “पत्रकारिता की नयी चुनौतियां” एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में चंद्रा साहित्य परिषद की संस्थापक स्व चंद्रावती नरेश की चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
संगोष्ठी में पर डॉ कैलाश सिंह ने कहा कि अप्रशिक्षित पत्रकार इस क्षेत्र में घातक होता है इसलिए प्रशिक्षित होना बहुत जरूरी है।
आनन्द सिंह अन्ना ने कहा कि आज के समय में पत्रकारिता जोखिम भरा कार्य हो गया, पत्रकारो पर आयें दिन हो रहे हमले बताते हैं कि वह भी सुरक्षित नहीं है। इस मौके अन्य पत्रकारो ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए।
वहीं काव्यगोष्ठी में वरिष्ठ कवि रामनरेश ‘नरेश’ ने अपनी नई रचनाएं प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से संस्था के अध्यक्ष रामनरेश ‘नरेश’, डॉ कैलाश सिंह ‘विकास’, आनंद सिंह ‘अन्ना’, विशाल चौरसिया, मोहम्मद दाऊद, विनोद कुमार राव सहित कई पत्रकार व कविगण मौजूद रहे।