
आरोप: निजी स्कूल में कार्यरत होनहार छात्र बना साजिश का शिकार
सेन समाज ने किया विरोध, एसपी से निष्पक्ष जांच की मांग
विशाल भौरासे/बैतूल। जिले के सेन समाज के होनहार युवा मयूर मालवीय के साथ मारपीट और फिर झूठे आरोप लगाकर फंसाए जाने के मामले में सर्वसेन समाज कल्याण एवं विकास समिति, जिला बैतूल के नेतृत्व में समाज के लोगों ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है।
यह मामला तब शुरू हुआ जब मयूर मालवीय शहर के निजी स्कूल बैतूलगंज में शिक्षक के रूप में कार्यरत थे, समिति के अनुसार स्कूल में अनुचित व्यवहार का आरोप लगाते हुए मयूर के साथ 3 अक्टूबर 2024 को 20-25 विशेष समुदाय के लोगों ने स्कूल परिसर में आकर मारपीट की। आरोप है कि स्कूल के संचालक द्वारा बिना इंटरव्यू लिए मयूर मालवीय को पढ़ाने के लिए नियुक्त किया गया था, लेकिन दूसरे संचालक ने इसका विरोध जताया था। इस घटना के बाद मयूर मालवीय को मारपीट कर थाने ले जाया गया, और बाद में उन पर पाक्सो और धारा 354 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
समाज के गरीब परिवार से हैं मयूर मालवीय
सर्वसेन समाज कल्याण एवं विकास समिति के अनुसार मयूर मालवीय एक प्रतिभाशाली छात्र रहे हैं। उन्होंने 2024 में बी.एस.सी. गणित की परीक्षा अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की और मध्य प्रदेश पुलिस की लिखित परीक्षा भी पास की थी। हालांकि, शारीरिक दक्षता परीक्षा में सफल न हो पाने के कारण उनका पुलिस में चयन नहीं हो सका। वर्तमान में वे कोचिंग के साथ-साथ सरकारी नौकरी की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। मयूर का परिवार बेहद गरीब है। उनके पिता अमरलाल मालवीय पिछले 50 वर्षों से किराए के मकान में रहते हैं और पुश्तैनी काम के जरिए गुजारा करते हैं। मयूर की मां प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने का काम करती हैं, जबकि मयूर स्वयं अखबार बांटने और कोचिंग में बच्चों को पढ़ाने का काम कर रहे थे।
साजिश का शिकार बना होनहार छात्र
मयूर मालवीय के परिवार का कहना है कि उनके बेटे के साथ साजिश रची गई है। निजी स्कूल के दो संचालकों के आपसी मतभेद का शिकार मयूर मालवीय हो गया। उनके परिवार ने जब मारपीट की घटना पर एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की, तो विशेष समुदाय के दबाव के कारण पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बजाय, मयूर मालवीय के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई करते हुए उन पर पाक्सो और धारा 354 के तहत गंभीर आरोप लगाए गए।
छात्र के भविष्य पर संकट
समिति का कहना है मयूर मालवीय का अब तक का रिकॉर्ड पूरी तरह से साफ रहा है। उनके परिवार ने बताया कि मयूर का किसी भी प्रकार का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। उन्हें इस झूठे मुकदमे में फंसाए जाने के कारण उनके करियर पर संकट आ गया है, उनका पूरा परिवार अवसाद में है। सेन समाज का कहना है कि यह मामला एक साजिश है, जिसके जरिए मयूर मालवीय को निशाना बनाया गया है।
सेन समाज ने की निष्पक्ष जांच की मांग
सर्वसेन समाज कल्याण एवं विकास समिति, जिला बैतूल ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि मारपीट करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए और मयूर मालवीय के साथ हो रहे अन्याय को रोका जाए। समाज ने यह भी मांग की है कि मयूर और उनके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, ताकि उनके ऊपर कोई और दबाव न डाला जा सके।
पीड़िता का आरोप
इस पूरे मामले में पीड़िता ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि मयूर मालवीय ने उनके साथ स्कूल में अनुचित व्यवहार किया था। पीड़िता का कहना है कि मयूर ने क्लास में उनका हाथ पकड़ा और अश्लील इशारे किए। हालांकि, मयूर के परिवार और सेन समाज ने इन आरोपों को साजिश करार देते हुए कहा है कि यह घटना एक साजिश के तहत गढ़ी गई है, ताकि मयूर को फं
साया जा सके।