
बजरंग नवयुक रामलीला मंडल सावंतसर में रावण, कुंभकरण, विभीषण का जन्म लीला मंचन किया गया
अजमेर लोहागल से रेखा कुमावत की रिपोर्ट
मदनगंज किशनगढ़। सावंतसर क्षेत्र स्थित बजरंग रंगमंच रामलीला मैदान पर चल रही रामलीला में रावन , कुंभकरण और विभीषण की लीला का मंचन किया गया । रावण के राजमहलों से पुत्र होने के समाचार आए और रावण के दरबार में कलाकारों ने अग्नि स्नान नृत्य किया । मेघनाथ , नारानंतक एवं अहिरावण ने रावण के राजमहल में जन्म लिया , जन्म लेते ही 14000 राक्षसों सहित पृथ्वी पर अत्याचार प्रारंभ कर दिया गया । सर्वप्रथम रावण ने अपने ज्येष्ठ पुत्र मेघनाथ को बुलाकर कहा कि जो भी अपने साम्राज्य में रहते हैं वह चाहे देवता हो या नर नारी हो उनसे कर वसुला जाए तब मेघनाथ सेना लेकर गया और देवताओं सहित देवताओं के राजा इंद्र को और सभी देवताओं को बंदी बनाकर रावण के समक्ष पेश किया । तब रावण ने शनि को अपने चारपाई से बांध दिया और सभी देवताओं को उनकी मर्जी के अनुसार लंका में कार्य करने का निर्देश दिया । राक्षसों के अत्याचार से पृथ्वी दुखी हो गई और सभी देवताओं ने भगवान विष्णु से आराधना की की हे भगवान आप पृथ्वी पर जन्म लो और पृथ्वी को निशचरहीन करो , तब आकाशवाणी हुई की मैं देवताओं में शीघ्र ही अयोध्या में राजा दशरथ के घर में पुत्र के रूप में जन्म लेकर तुम्हारे कष्टों का हरण करूंगा । उसके पश्चात गुरु वशिष्ठ ने राजा दशरथ को पुत्र प्राप्ति यज्ञ करवाया और अग्नि देव प्रकट होकर बोले कि यह खीर तीनों रानियां में बराबर बांट दो तब अयोध्या के राजमहल में मनुष्य के रूप में भगवान विष्णु ने जन्म लिया । इससे पूर्व मुख्य अतिथि श्री रिंकू पारीक , युवा कांग्रेस नेता राहुल सिनोदिया , पार्षद महेंद्र यादव , युवा भाजपा नेता मुकेश चाड , शक्ति सिंह बन्ना करड , सुरेश बजाड़ , दीपक बिड़ला ने भगवान विष्णु लक्ष्मी की आरती कर विधिवत रूप से रामलीला मंचन प्रारंभ हुआ । मंडल पदाधिकारी सांस्कृतिक संयोजक हिम्मत सिंह शेखावत , तेजपाल बजाड़ ,जुगराज नुवाद , स्वागत अध्यक्ष धीर लाल बजाड़ ,रामलीला सहसंयोजक घीसालाल भड़ाना , रामलीला निर्देशक मुरलीधर वैष्णव , सहनिर्देशक लक्ष्मण लाल जांगिड़ ने अतिथियों का तिलक कर स्वागत किया एवं माल्यार्पण कर विधिवत रूप से मंच पर बुलाकर अतिथियों के हाथों आरती उतारी । उसके पश्चात रामचरितमानस की आरती उतारी । रावण का पात्र गणपत लाल शर्मा , कुंभकरण का पात्र तेजू लाल घरड , विभीषण का पात्र कालूराम चूंडीवाल , विष्णु का पात्र राकेश वैष्णव , मेघनाथ का पात्र देवकिशोर गुर्जर ने किया । रामलीला मंचन के दौरान सावंतसर क्षेत्र के हजारों नर नारी भारी संख्या में रामलीला मंचन देखने आ रहे हैं ।