
मौत को न्योता देते गड्ढे, जिम्मेदारों की गहरी नींद
राष्ट्रीय राजमार्ग 934 पर व्यंकट ऑडिटोरियम के सामने लापरवाही का मंजर ➖प्रशांत जैन बड़ा मलहरा
बड़ा मलहरा//राष्ट्रीय राजमार्ग 934 (NH-934) पर व्यंकट ऑडिटोरियम के सामने सड़क पर बने गहरे गड्ढे प्रशासन की असंवेदनशीलता का जीता-जागता सबूत हैं। बरसात के बाद इन गड्ढों में भरा पानी रोजाना हादसों को न्योता दे रहा है। सवाल यह है कि टोल टैक्स और नगरीय करों की वसूली के बावजूद सड़क की मरम्मत आखिर क्यों उपेक्षित है।
यह मार्ग भोपाल जाने हेतु छतरपुर से सीधा जुड़ा हुआ है। इसी रास्ते से विधायक, मंत्री और जिला स्तरीय अधिकारी रोजाना आवाजाही करते हैं। बावजूद इसके सड़क की यह भयावह स्थिति प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है। गड्ढों के कारण दुपहिया वाहन चालक सबसे अधिक खतरे में हैं। मामूली फिसलन भी जानलेवा साबित हो सकती है।
*जवाबदेह खामोश, आमजन बेबस-*
NH पर सफर करने वाले नागरिकों का कहना है कि हम टैक्स भरते हैं, लेकिन सड़क पर सफर करते हुए हर दिन मौत से जूझना पड़ता है। प्रशासन की यह चुप्पी किसी बेकसूर की जान जाने के बाद ही टूटेगी, ऐसा कड़वा अनुभव लोगों को बार-बार झकझोर रहा है।
*जनता का सवाल कब जागेगा प्रशासन-*
स्थानीय लोगों ने चेताया है कि यदि समय रहते सड़क की मरम्मत नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि सड़कें विकास का प्रतीक होती हैं, लेकिन यहाँ बदहाल सड़कें लापरवाही की मिसाल बन चुकी हैं।
अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन किसी मासूम की जान जाने के बाद जागेगा, या फिर समय रहते जिम्मेदारी निभाएगा।