
सिवनी-बालाघाट रोड की खस्ता हालत एक बार फिर हादसे की वजह बनी। सोमवार को ग्राम जेवनारा के पास नंदन बस सर्विस की यात्रियों से भरी बस सड़क किनारे के साइड सोल्डर पर चढ़ते ही अचानक अनियंत्रित होकर गहरे गड्ढे में जा गिरी। गनीमत रही कि इस भीषण हादसे में किसी यात्री को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन घटना ने एक बार फिर प्रदेश सरकार के वादों और सड़क निर्माण की वास्तविकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सड़क की बदहाली से बढ़ रहा खतरा
सिवनी से बालाघाट तक का राज्य मार्ग-72 पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुका है। दोपहिया और चारपहिया वाहन चालक रोज़ाना जान जोखिम में डालकर इस मार्ग से गुजरने को मजबूर हैं। बरसात में हालात और भी खतरनाक हो जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क पर हर हफ्ते छोटे-बड़े हादसे हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल नहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने करीब एक साल पहले रक्षा बंधन के मौके पर सिवनी-बालाघाट रोड को फोरलेन बनाने और निर्माण कार्य जल्द शुरू करने का ऐलान किया था। लेकिन साल भर बीत जाने के बाद भी न तो सड़क का निर्माण हुआ और न ही मरम्मत कार्य शुरू हो पाया। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर सरकारी घोषणाएं कागज़ों से बाहर क्यों नहीं आ पा रही हैं?