
राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में सुमन साहित्य समिति द्वारा काव्य गोष्ठी*
रिपोर्ट सुधीर बैसवार
सनावद : — नगर की प्रतिनिधि साहित्यिक संस्था सुमन साहित्य समिति द्वारा राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में प्रिंस यशवंत शारदा भवन में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।
काव्य गोष्ठी के प्रारंभ में कवि विजय महेश्वरी ने सुमधुर स्वर में मां विमला की स्तुति प्रस्तुत की। काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि मंगल प्रसाद साल्वे ने की।
कवि विजय माहेश्वरी ने कहा – यह देश ना झुकेगा ना टूटेगा ना किसी राष्ट्र के दबाव में आएगा। अपनी मर्जी का मालिक है सत्यमेव जयते का रोल निभाएगा।
2शायर जाकिर हुसैन अमि ने कहा – ये माना की खूबसूरत है और है मेरी जिंदगी। ए वतन तेरी आन को अर्पण है जिंदगी।
संस्थाध्यक्ष कवि डॉ. धन्नालाल चौधरी धवल ने कहा – अब भारत की प्रगति की द्रुत गति है तेज रफ्तार।चारों ओर उल्लास है हवाओं में है मदमस्त बाहर।
सुर सम्राट रामचंद्र पगारे ने कहा – जहां डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा। वो भारत देश है मेरा वो भारत देश है मेरा।
कवि श्याम दीक्षित मधुप ने कहा – आजाद भारत के सपूतों अमर शहीदों का करो सम्मान। अपने देश की शान में देशभक्ति का करो गुणगान।
कवि प्रेमलाल बिरला प्रेम ने कहा – स्वतंत्रता के वीर शहीदों को कोटि-कोटि नमन है। तुम्हारी शहादत को कभी नहीं भूल पाएगा यह हिंद चमन है।
कवि मंगल प्रसाद साल्वे ने कहा – समता का पुजारी शिक्षा को ब्रह्मास्त्र बताने वाला। मानवता का पाठ पढ़ा गया वह भीम बाबा साहेब कहलाने वाला।
संस्था सचिव कवि हुकुमचंद कटारिया आदर्श ने कहा – एकता ने नेकता में जो आनंद है। बस जीवन का यही सच्चिदानंद है।काव्य गोष्ठी में जयप्रकाश जी मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित रहे।काव्य गोष्ठी का सफल संचालन कवि हुकुमचंद कटारिया आदर्श ने किया।
काव्य गोष्ठी के अंत में कविवर रामचंद्र गगन मिर्जापुरी जमशेदपुर झारखंड के देवलोक गमन पर दो मिनट का मौन रखकर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।