
बहनों के प्यार से सजी भाईयों की कलाई – जिले भर में धूमधाम से मनाया रक्षाबंधन का त्यौहार
9 अगस्त 2025
ब्यूरो किशोर सिंह राजपूत शाजापुर 9981757273
शाजापुर। पूरे साल बहनों को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। रक्षाबंधन पर्व की तैयारी बहनों द्वारा कई दिनों की जा रही थी। रक्षाबंधन पर्व को लेकर बाजारो में भी खासा उत्साह बना हुआ था और नगर में रक्षाबंधन पर्व को नगरवासियों ने बड़े उत्साह व हर्ष के साथ मनाया।
रक्षाबंधन पर्व पर बहनो द्वारा अपने भाईयों के लिए बाजार से उनकी मनपसंद मिठाईयां व उपहार खरीदे गए और भाईयों को तिलक लगाकर ये उपहार भाईयों को दिया गया। रिश्तो की मिठास उस समय दुगनी हो जाती है जब भाई अपनी बहन की जीवनभर रक्षा करने का संकल्प लेता है। यही उत्साह शहर में दिनभर नजर आया और भाई अपनी बहनों से राखी बंधवाने के लिए दिनभर तैयारियों में लगे रहे।
प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय में भी हुआ आयोजन
हरायपुरा स्थित ब्रह्मकुमारी ईवरीय विश्वविद्यालय में भी रक्षाबंधन पर्व मनाया गया। इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी बहन ने बताया कि रक्षाबंधन के पावन पर्व को पुण्य प्रदायक पर्व, विषतोड़क पर्व, पवित्रता का पर्व आदि नामो से पुकारा जाता है। भाई बहन के पावन प्यार का यह प्रतीक है जिसमें बहन भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधते है एवं अपनी रक्षा के लिए वचनबद्ध करती है परंतु देखा जाए तो वास्तव में आज का मनुष्य अपनी बुराइयों के अधीन होकर दुखी होता ही जा रहा है वास्तव में उसे अपनी ही बुराइयों से अपनी रक्षा करने की आवश्यकता सबसे ज्यादा है। इस दौरान सभी से बुराइयां छोड़ने की प्रतिज्ञा करवाई।
गिरासिया घाट पर हुआ श्रावणी उपाकर्म का आयोजन
रक्षाबंधन के दिन ब्राह्मण समाज द्वारा जाने अंजाने में की गई गलतियों के लिए क्षमा प्रार्थना हेतु विशेष पूजन श्रावणी उपाकर्म किया गया। गायत्री शक्तिपीठ के हरीश शर्मा ने बताया कि इस दिन जाने-अंजाने में हुई गलतियों के पापों से मुक्ति के लिए घी, गाय का गोबर, गाय का दूध, गाय का घी, गाय का पंचगव्य, भस्म अपामार्ग, कुशा-दूर्वा, शहर एवं गंगाजल से स्नान किया जाता है। जिसके चलते गरासिया घाट पर ब्राह्मण समाजजनो द्वारा श्रावणी उपाकर्म करते हुए ईश्वर से अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगी।