
रिपोर्ट-ब्रजेश पोरवाल
इटावा: रक्षाबंधन पर्व के दृष्टिगत इटावा जनपद में खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिलावटखोरी के खिलाफ सख्त अभियान छेड़ दिया है। बीते दो दिनों से जारी छापामारी से मिठाई व्यापारियों और मिलावटखोरों में हड़कंप मच गया है। रंग-बिरंगी मिठाइयों और खुले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता परखने के लिए आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के निर्देश पर सहायक आयुक्त (खाद्य) राजेश द्विवेदी के नेतृत्व में गठित टीम ने इटावा शहर से लेकर भरथना व बकेवर तक एक के बाद एक प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की।
फर्रुखाबाद फाटक से भरथना तक चली सख्ती की लहर
सोमवार को कार्रवाई की शुरुआत इटावा शहर के फर्रुखाबाद फाटक स्थित बृजवासी स्वीट्स से हुई, जहां से रंगीन छेना मिठाइयों के तीन नमूने लिए गए। इसके बाद तकिया तिराहा स्थित वंश स्वीट्स से बूंदी का लड्डू और रंगीन मिठाई, वहीं पास की ही यश स्वीट्स से बूंदी लड्डू और चमचम छेना मिठाई के नमूने लिए गए।
मंगलवार को टीम ने ऊसराहार में मुखबिर की सूचना पर जांच में दुकान की काउंटर पर फफूंद लगी बर्फी और अत्यधिक रंग मिला बूंदी लड्डू पाए गए। जब टीम नमूना भरने की प्रक्रिया शुरू कर रही थी, तभी एक व्यक्ति वहां पहुंचा और लोगों की भीड़ इकट्ठा कर विभागीय कार्रवाई में बाधा डालने लगा। विवाद की स्थिति में पुलिस को मौके पर बुलाया गया।
हंगामे के बीच टीम लड्डू का नमूना लेने में तो सफल रही, लेकिन बर्फी की ट्रे भीड़ का फायदा उठाकर हटा दी गई, जिससे उसका नमूना नहीं लिया जा सका। इस अवरोध के चलते अब धारा 62 (खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम) के तहत संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई की जा रही है।
भरथना में भी की गई सैंपलिंग, बकेवर तक पहुंचा अभियान
इसी क्रम में टीम ने भरथना कस्बे के बालूगंज स्थित आस्था किराना स्टोर से सौंफ और बेसन, वहीं पास की सीताराम स्वीट्स से रंगीन छेना रसगुल्ला और बूंदी लड्डू के नमूने लिए। इसके बाद बकेवर स्थित महालक्ष्मी स्वीट्स से चॉकलेट बर्फी और पनीर के नमूने जांच के लिए भेजे गए।
इस पूरे अभियान में मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी सतीश कुमार, खाद्य सुरक्षा अधिकारी राकेश सकारिया, संदीप सिंह, रविभान सिंह, मृत्युंजय कुमार, गायत्री और सुभाष सोनकर शामिल रहे।
सहायक आयुक्त खाद्य राजेश द्विवेदी का बड़ा बयान
“मिलावट करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। रंगीन और चमकीली मिठाइयों से परहेज करें। आमजन मिलावटखोरी की जानकारी विभाग को दें, ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जा सके।” सभी लिए गए नमूनों को विश्लेषण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।