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प्लानिंग के साथ शुरू करें नया हॉस्पिटल :विशाल त्यागी

लखनऊ. संवाददाता अमित चावला

 

लखनऊ.स्वास्थ क्षेत्र एक अति गंभीर एवं निरंतर चलने वाला नोबेल कार्य है. पुराने समय से ही इस क्षेत्र में आने या जुड़ने का मतलब था समाज की निश्च्छल भाव से सेवा, एक समर्पण और निस्वार्थ मरीजों की देखभाल तभी तो चिकित्सको को धरती पर भगवान माना गया है I इसी चित्र को हम आज के परिपेक्ष में देखे तो अब कई व्यवसायक घराने और बड़े उद्योगपति भी स्वास्थ्य क्षेत्र में उतर आये है और इनमे से अधिकतर का नजरिया इसको एक मुनाफा या नुकसान का व्यवसाय की तरह देखना है I इसी सन्दर्भ में देखा देखि कई दुसरे स्थानीय लोगो ने भी इस क्षेत्र में कदम रखा I कुछ सफल हुआ तो अधिकतर ने असफलता का स्वाद चखा I कारण बिना जानकारी के आगे बढ़ जाना . यहाँ बहुत महत्वपूर्ण है हॉस्पिटल खोलने की फिजिबिलिटी स्टडी करना. यह कहना है स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में 18 वर्ष से अधिक का अनुभव रखने वाले ब्रांड मार्केटिंग एवं कम्यूनिकेशन सलाहकार विशाल त्यागी का. श्री त्यागी कहते हैं कि कोई भी नया अस्पताल खोलने से पहले पूरी प्लानिंग की जानी चाहिए.
अब फिजिबिलिटी कैसे देखे और किस पैमाने से तो सबसे पहले हमे लोकेशन का आंकलन करना है I ऐसे जगह जहा अभी कम्पटीशन कम है I साथ ही साथ अपना बजट देखते हुए लोकेशन का मूल्य ताकि शुरू में ही आप के ऊपर फाइनेंसियल भार न पड़े, आगे खर्चे बहुत है I उस जगह पर कैसी बीमारिया ज्यादा है I हमारा प्राइमरी कैचमेंट क्षेत्र क्या है और उसके बाद सेकेंडरी कैचमेंट क्षेत्र कौन सा है .यह सभी तैयारी हो जाने पर कंस्ट्रक्शन शुरू करा ले.अमुमन निर्माण कार्य अगर समय आधारित चले तो भी एक साल तो लग ही जाता है I
जब आपका हॉस्पिटल पूरा तैयार हो जाये तो बारी आती है सीएमओ लाइसेंस, प्रदूषण प्रमाण पत्र, बीएमडब्ल्यू सर्टिफिकेट इत्यादि. स्वास्थ्य बीमा कंपनियां के साथ जुड़ने के लिए उसके जानकार व्यक्ति को साथ में जोड़ सकते हैं।यहाँ पर आपको एक जानकारी देना चाहूंगा, आज कल हॉस्पिटल में 70 से 80 % बिज़नेस कैशलेस है इसलिए सभी मुख्य TPAआपको लेना ज़रूरी है ताकि कोई भी मरीज वापस न लौटे I
विशाल त्यागी ने बताया कि जब आपका हॉस्पिटल धीरे धीरे चल पड़े, क्यूंकि हॉस्पिटल का व्यवसाय कोई एफएमसीजी प्रोडक्ट नहीं है I यहाँ पर आप किसी के स्वास्थ की बेहतरी के लिए कार्य कर रहे है, जीवन एवं मृत्यु की बात है I अतः विश्वास जमने में समय लगता है I आप को कुछ अच्छे परिणाम को प्रचारित करना होगा ताकि समाज में आप के हॉस्पिटल के लिए एक अच्छा संदेश जाये ,हॉस्पिटल की सेवाएं बेहतरीन रखनी होगी क्यूंकि कंपटीशन बहुत है I यह सब कुछ करने के बाद भी हो सकता है कि आप को तुरंत बहुत अच्छे परिणाम न मिले पर हताश नहीं होना है I मनुष्य की सेहत की बात है तो विश्वास जमने में कुछ समय लगना ही है I एक और सत्य यह भी दिमाग में बैठा ले की तीन साल तक हॉस्पिटल का बजट आप के पास होना चाहिए I अगर तीन साल से पहले आप के खर्चे निकलने लगे तो बहुत ही अच्छा है I
आप को एक लक्ष्य रखना है कि आप कि सेवाएं उत्कृष्ट हो.

Amit Kumar chawla

अमित कुमार चावला भारत संवाद न्यूज़ के लखनऊ के संवाददाता हैं. अमित कुमार चावला वर्तमान में भारत संवाद न्यूज़ ग्रुप के टीवी,वेब सहित भारत संवाद न्यूज़ समूह के सभी प्लेटफॉर्म्स के लिए योगदान दे रहे हैं. अमित कुमार चावला पत्रकारिता के साथ समाजसेवा में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं

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