
बड़वाह – शासकीय बालक उत्कृष्ट विद्यालय में हिंदी शिक्षक की छात्रों द्वारा शिकायत पर एसडीएम ने की कार्रवाई।
बड़वाह कुलदीप सिंह अरोरा
बड़वाह – शासकीय बालक उत्कृष्ट विद्यालय में हिंदी शिक्षक की शिकायत पर एसडीएम ने की कार्रवाई।
बड़वाह के शासकीय बालक उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा 12वीं के विद्यार्थियों ने हिंदी विषय के शिक्षक श्रीकांत शर्मा के खिलाफ कक्षाएं नियमित रूप से न लेने की शिकायत अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) सत्यनारायण दर्रा से की। छात्रों का कहना था कि शिक्षक के कक्षाओं में अनुपस्थित रहने से उनकी बोर्ड परीक्षा की तैयारी प्रभावित हो रही है।
शिकायत की जानकारी मिलते ही एसडीएम दर्रा तुरंत विद्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने छात्रों, प्राचार्य और संबंधित शिक्षक से विस्तृत चर्चा की। छात्रों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से हिंदी की कोई कक्षा नहीं हुई है। साथ ही उन्होंने यह गंभीर आरोप भी लगाया कि जब वे प्राचार्य से शिकायत करते हैं, तो उन्हें टीसी (स्थानांतरण प्रमाण पत्र) देने की धमकी दी जाती है और कहा जाता है—”जो करना है कर लो।”

छात्रों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने तुरंत शिक्षक श्रीकांत शर्मा को अन्य कक्षाओं में भेजने का आदेश दिया और उनकी जगह किसी अन्य हिंदी शिक्षक को कक्षा में लगाने के निर्देश दिए। साथ ही छात्रों द्वारा विद्यालय में गंदे पानी की आपूर्ति की शिकायत पर उन्होंने प्राचार्य को स्कूल की पानी की टंकी तत्काल साफ कराने के निर्देश दिए।
एसडीएम दर्रा ने छात्रों को अपना निजी मोबाइल नंबर भी दिया और आश्वस्त किया कि यदि सात दिन में समस्याओं का समाधान नहीं होता है, तो वे इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को पत्र लिखकर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
शिक्षक ने खारिज किए आरोप
वहीं दूसरी ओर, शिक्षक श्रीकांत शर्मा ने छात्रों के आरोपों को नकारते हुए कहा कि वे नियमित रूप से शिक्षण कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले माह उन्हें सरकारी आदेश पर हैदराबाद प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था, और वहां से लौटने के बाद से वे लगातार कक्षाएं ले रहे हैं।
हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम ने विद्यालय की प्रशासनिक व्यवस्था और अनुशासन पर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्रों की ओर से की गई इस शिकायत ने शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को लेकर पुनः मंथन की आवश्यकता दर्शाई है।