
नि:संतानता के लिए वरदान बना आई.वी.एफ: स्वामी मुक्तिनाथानन्द
लखनऊ .संवाददाता अमित चावला
लखनऊ. नि:संतानता के अभिशाप से जूझ रही महिलाओं को समाज में उपेक्षित होना पड़ता है। जागरूकता के अभाव में उन्हें आईवीएफ प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं रहती. ऐसी ही नि:संतान महिलाओं के लिए आईवीएफ आज किसी वरदान से काम नहीं है. विवेकानंद हॉस्पिटल में आधुनिकतम तकनीक से युक्त आईवीएफ लैब की स्थापना की गई है इसके माध्यम से नि:संतानता का सफल इलाज किया जा रहा है. विवेकानंद पॉलीक्लिनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानन्द ने आज यह बातें संस्थान में विश्व आईवीएफ दिवस के अवसर पर कहीं.
स्वामी जी ने कहा कि हमारा संस्थान आधुनिक व उन्नत तकनीक से युक्त आईवीएफ लैब बन जाने से लखनऊ व आसपास के जिलों में बांझपन की पीड़ा झेल रही महिलाओं को इस पीड़ा से मुक्त करने के लिए संकल्पित है. हमारे लिए यह एक सेवा है ,व्यापार नहीं।
विश्व आईवीएफ दिवस के उपलक्ष में विवेकानंद पॉलीक्लिनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान में आयोजित हुए एक विशेष कार्यक्रम में आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. सीमा पांडे ने आईवीएफ को लेकर जन जागरूकता बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि आज जरूरत है कि आईवीएफ को लेकर मिथक तोड़े जाए और निसंतान दंपत्ति आईवीएफ प्रक्रिया से पैदा हुए बच्चे से अपना जुड़ाव अनुभव करते हुए संतान सुख प्राप्त कर सके.
कार्यक्रम में स्त्री एवं प्रसूति विभाग की डॉ. सोनिका गौड़ एवं विवेकानंद कॉलेज आफ नर्सिंग की प्रिंसिपल डॉ. वेंकट लक्ष्मी ने भी अपने विचार व्यक्त किया. संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बी .के. सिंह भी उपस्थित रहे।