
*सिक्खों के आठवें गुरु श्री गुरु हरिकिशन साहेब जी का प्रकाश पर्व उत्साह पूर्वक मनाया गया*।
बड़वाह कुलदीप सिंह अरोरा
*सिक्खों के आठवें गुरु श्री गुरु हरिकिशन साहेब जी का प्रकाश पर्व उत्साह पूर्वक मनाया गया*।
*सिक्खों के आठवें गुरु श्री गुरु हरिकिशन साहेब जी के प्रकाश पर्व पर बड़वाह गुरूद्वारे में शनिवार को सुबह एवं शाम को विशेष दिवान आयोजित किया गया, सर्वप्रथम
सुबह के दिवान में संगत द्वारा गुरु घर के स्थानीय रागी भाई साहेब भाई बुध सिंह जी नेतृत्व में संपूरन आसा दी वार का संगीतमय कीर्तन आयोजित किया गया, जिसमें सरदार रविंदर सिंह, सरदार मनप्रीत सिंह, सरदार सतविंदर सिंह, सरदार जसपाल सिंह, सरदार रमनदीप सिंह, सरदार रिक्की सिंह विशेष रूप से शामिल हुए*,
*शाम को भी विशेष दिवान सजाया गया, जिसमें पंजाब से इतिहासकार कथावाचक भगवान सिंह जी खोजी अपने साथी भाई जसकरण सिंह जी के साथ बड़वाह गुरूद्वारे
पहुंचे, उन्होंने सिक्ख गुरुओं के पुरातन हथियार , पुरातन इतिहास श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का हस्तलिखित हुकूमनामा, नानकशाही सिक्के, छठे गुरु के द्वारा उपयोग की गई ढाल, छठे गुरु की कटार आदि का प्रदर्शन कथा के माध्यम से किया गया*
*समिति के अध्यक्ष सरदार रविंदर सिंह ने बताया कि इस दौरान कथाकार जी के द्वारा जिस ओजस्वी तरीके से उस दौरान गुरुओं के द्वारा उपयोग किए गए हथियारों का वर्णन किया, उपस्थित संगत के रोंगटे खड़े हो गए, और परिसर *बोले सो निहाल सत श्री अकाल* *के घोष से गुंजायमान हो गया*
*इसके पूर्व बड़वाह की संगत के द्वारा शस्त्रों, पुरातन इतिहास एवं ज्ञानी जी का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया*
*समिति के सचिवद्वय सरदार मनप्रीत सिंह एवं सरदार सतविंदर सिंह ने इस दौरान उपस्थित संगत एवं कथाकार जी का आभार माना, अंत में उपस्थित श्रद्धालुओं के लिए लंगर का आयोजन हुआ*