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आष्टा – पत्रकार को कालोनाइजर की जान से मारने की धमकी, पत्रकार मिले एसडीओपी से, 10 दिनों में भी कोई कार्यवाही नहीं, पुलिस प्रशासन पर सवालिया निशान*

एमपी डिप्टी स्टेट हेड जितेंद्र राठौर पहलवान की रिपोर्ट

आष्टा। देश का चौथा स्तंभ कहे जाने वाला पत्रकार कहने को तो निडर होता है लेकिन उस समय अकेला पड़ जाता है जब कोई भूमाफिया या कहे अपने पैसे के दम पर गुंडे पाल कर कोई घटना करवा सकता है। ऐसा ही एक मामला सीहोर जिले की तहसील आष्टा में घटित हुआ है।

जानकारी अनुसार फरियादी सोहन श्रीवास्तव जो पेशे से दैनिक नवभारत समाचार पत्र में आष्टा संवाददाता है जिन्होंने पार्वती थाने, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस, सीहोर जिला पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर अपनी फरियाद की है कि आष्टा निवासी कालोनाइजर परवेज अली पिता जावेद अली ने एक समाचार प्रकाशित करने पर बीच चौराहे पर जान से मरवाने ओर गाली गलौज कर धमकी दी। श्रीवास्तव ने आवेदन में लिखा है कि 6 जुलाई को दोपहर 3.30 बजे अलीपुर चौराहे से जब वे अपने घर जा रहें थे तो परवेज अली एक व्यक्ति के साथ स्कूटी पर आया और धमकी देते हुए गालीया दी और कहा कि मेरे नाम से कोई समाचार मत लगा देना आज तो तुझे छोड़ रहा हु अगर अगली बार कोई भी खबर लगाई तो ऐसी जगह ले जाकर मरवा दूंगा कि पुलिस को तो क्या पुलिस के बाप को भी तेरी लाश नहीं मिलेगी। आगे बताया कि मेरे साथ या परिवार के साथ कोई भी घटना घटित होती है तो उसका जिम्मेदार परवेज अली होगा।

 

*आवेदन दिए इतना समय, फिर भी कथन तक नहीं*

 

सोहन श्रीवास्तव ने 7 जुलाई को पार्वती थाने में आवेदन दिया था लेकिन 17 जुलाई तक पार्वती थाने की तरफ से किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की गई। इससे पुलिस प्रशासन पर भी सवालिया निशान लगता है कि कही न कही परवेज अली का किसी के दबाव में कार्यवाही तो नहीं रोक रही? जब 18 जुलाई को सोहन श्रीवास्तव अपने पत्रकार साथियों के साथ अनुविभागीय अधिकारी पुलिस आकाश अमलकर से मिले तब उन्होंने पार्वती थाना प्रभारी को फोन पर कथन लेकर कानूनन कार्यवाही कारण के निर्देश दिए। लेकिन क्या ऐसे संवेदनशील मामलों में फरियादी को उच्च अधिकारी से मिलना पड़ता है, जिसके बाद कार्यवाही हो?

 

सोहन श्रीवास्तव ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि 6 जुलाई को मुझे कालोनाइजर परवेज अली ने गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी दी क्योंकि मैने उसके खिलाफ एक खबर लगाई थी जो रंजीत सिंह ठेकेदार है जिसने कलेक्टर ऑफिस में आवेदन दिया 22 लाख के लेनदेन को लेकर, उक्त खबर का खंडन करने को कहा। परवेज पैसे वाला है राजनीतिक पकड़ है तो क्या किसी को भी धमकी देगा क्या? जब पत्रकार ही सुरक्षित नहीं है तो आम जनता का क्या हाल होगा।

अनुविभागीय अधिकारी पुलिस आकाश अमलकर इस मामले में कहना है कि पार्वती थाना प्रभारी से चर्चा की गई है जो भी वैधानिक कार्यवाही होगी शीघ्र अति शीघ्र कर अवगत कराया जाएगा।

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