
बजरंगबली की उपासना से समस्त कष्ट दूर होते हैं -स्वामी मुक्तिनाथानन्द
लखनऊ. संवाददाता अमित चावला
रामकृष्ण मठ, निराला नगर, लखनऊ में चतुर्थ बड़ा मंगल बहुत ही उत्साह एवं हर्षोल्लास के साथ रामकृष्ण मन्दिर में मनाया गया.
मुख्य मंदिर के सामने श्री हनुमानजी की प्रतिष्ठित मूर्ति पर मालयार्पण, पूजा और आरती के बाद स्वामी मुक्तिनाथानन्द महाराज द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया गया.
तदुपरान्त मठ के अध्यक्ष, स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ व समापन संगीत भगवान राम के एक भजन से -“इतनी विनती रघुनंदन से…“ प्रस्तुत की गई, जिसकी गूँज से मंदिर में आध्यात्मिक परिवेश की सृष्टि हुई।
हनुमान जी का स्मरण करते हुए महाराज ने बताया कि चौथे बड़े मंगल पर शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। बड़े मंगल के साथ ही धूमावती जयंती व मासिक दुर्गाष्टमी होने के कारण इस दिन हनुमान जी के साथ मांँ दुर्गा की भी पूजा की गयी इसलिए चौथा बड़ा मंगल विशेष फलदायी है।
हनुमान चालीसा में उनके पराक्रम, भक्ति और श्रीराम के प्रति उनकी निष्ठा का गहन वर्णन है। इसके नियमित पाठ से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सकारात्मकता आती है। आज के दिन विशेष रूप से हनुमान चालीसा का 7, 11 या 21 बार पाठ करना अत्यंत फलदायी माना गया है।
कार्यक्रम का समापन उपस्थित भक्तगणोंं को प्रसाद वितरण के साथ हुआ।