कलमकार केवल कलम का कलाकार ही नही होता
कलमकार देश का वह सिपाही होता है
जो दिखता वह लिखता ही नही, बल्कि जो मुद्दे के जिम्मेदार होते है उनको अपनी जिम्मेदारी से अवगत करवाता है उठो जागो जनतंत्र मे अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करो जो जिसके जिम्मेदार है
कलमकार जनहित से लेकर जगहित की भावनाओ से परिपूर्ण “सभी सुखी हों, सभी स्वस्थ हों, सभी का भला हो, किसी को भी दुःख न हो।” संपूर्ण विश्व के कल्याण और सुख की कामना करता है
सद् विचार व सद् भावना की अभिव्यक्ती से संसार को सिंचित कर उज्जवल व श्रेष्ठतम शिखर की ओर अग्रसर करता है
देश के महान देशभक्त कलमकार जिनकी लेखनी अमिट है, स्वर्णिम इतिहास मे अजर अमर है, जिन्होंने जनहित व देशहित लिए अपना तन-मन-धन व सर्वस्व त्यागकर अपनी लेखनी व प्रखर पत्रकारिता के माध्यम से देश व दुनिया का मार्गदर्शन कर उज्जवल भविष्य की नींव निर्माण की है
देश की आजादी मे समाचार पत्रों के संपादकों के योगदान और फिरंगी शासन के विरुद्ध संपादको और पत्रकारो के बलिदान की गाथा गौरवशाली है ……
पत्रकारिता की गौरवशाली संपादक परंपरा में तपस्वी-त्यागी- बलिदानी देेशसेवी संपादकों ने स्वतंत्रता आंदोलन की ज्वाला को ज्वलंत रखा आजादी के लिए अपना तन-मन-धन सब कुछ समर्पित करने वाले सुधी संपादकों के प्रति हम नमन करते है
“भारतीय संपादक-पत्रकार परंपरा के प्रति हमे गर्व है।” यशस्वी परंपरा को हिंदी पत्रकारों-संपादकों ने अपने त्याग-बलिदान से समृद्ध किया
वर्तमान में भी अस्पतालो, पुलिस थानो, सरकारी दफ्तरों, संस्थाओं सार्वजनिक संस्थाओं मैं जब कोई सुनवाई नहीं होती है तब भी पत्रकार को ही याद किया जाता है
अतः लोकतंत्र के चौथे व सशक्त स्तम्भ के हर एक संवाददाता, कलमकार,को राष्ट्र व मानवता के लिए अपने कर्तव्य का निर्वहन इमानदारी से करते हुए
प्रत्येक पत्रकार हर जरूरतमंद के दुःख सुख के साथी बनकर जनहित व राष्ट्रहित मे अपना योगदान देवे….
पत्रकारिता दिवस की सभी ELECTRONICS MEDIA व PRINT MEDIA जुझारू संवाददाताओ धारदार कलमकारो व प्रखर पत्रकारिता के अथक अजेय व अपराजेय योद्धाओं को पत्रकारिता दिवस की हार्दिक हार्दिक बधाई एवं अनंत आकाशभर शुभकामनायें।
जयहिंद जयभारत
“शब्दशिल्पी व स्वतंत्र पत्रकार”
निरंजन उदीवाल