
खरगोन के जगदीश जोशीला पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित
रिपोर्ट सुधीर बैसवार
सनावद/मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के गोगांवा निवासी, 76 वर्षीय साहित्यकार जगदीश जोशीला को 27 मई 2025 को राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री श्री अमित शाह भी उपस्थित थे। यह सम्मान उन्हें साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया है। जोशीला, जिन्हें निमाड़ी गद्य के जनक के रूप में जाना जाता है, देश के एकमात्र निमाड़ी उपन्यासकार हैं। उन्होंने निमाड़ी और हिंदी में 56 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें संत सिंगाजी, अहिल्या बाई होलकर, टंट्या भील और आदि गुरु शंकराचार्य जैसे विषयों पर उपन्यास शामिल हैं। उनकी रचनाओं ने निमाड़ की संस्कृति, बोली और लोक कलाओं को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। जोशीला का जन्म एक श्रमिक परिवार में हुआ था, और उन्होंने माहेश्वरी साड़ियों की बुनाई जैसे कार्यों से जीवन यापन किया। प्रसिद्ध साहित्यकार माखनलाल चतुर्वेदी ने उन्हें ’’जोशीला’’ उपनाम दिया, जो उनकी ऊर्जावान लेखनी को दर्शाता है। 2001 में उन्होंने अखिल निमाड़ लोक परिषद की स्थापना की, जिसने निमाड़ी बोली को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जोशीला ने इस पुरस्कार को निमाड़ और निमाड़ी बोली का सम्मान बताया, जो उनके साहित्यिक संघर्ष और समर्पण का प्रतीक है।
श्री जगदीश जी जोशीला का दिनांक 29 मई को दिल्ली से इंदौर आगमन पर इंदौर एयरपोर्ट पर प्रातः 10ः45 बजे समाज द्वारा तथा अन्य गण मान्य नागरिकों द्वारा सम्मान किया जाएगा तथा दोपहर 12 बजे से 01 बजे तक एमराल्ड गार्डन केंट रोड पर रहेंगे। इसके पश्चात दोपहर 02.30 बजे धामनोद, 03 बजे महेश्वर, 03.30 बजे मंडलेश्वर, 04 बजे कसरावद, 05.15 बजे खरगोन तथा शाम 06 बजे गोगावां आगमन पर उनका स्वागत किया जाएगा। रात्रि 7ः30 बजे हंसराज गार्डन पर सह भोज के साथ स्वागत कार्यक्रम का समापन होगा।