
खंडवा 19 मई, 2025 – मंगला बाई पति कालूराम उम्र 20 वर्ष को प्रसव पीड़ा में अमूला कला बुरहानपुर से रेफर होकर श्री दादाजी धूनीवाले जिला चिकित्सालय सह नंदकुमार सिंह चौहान शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में 7 मई को लेकर आए थे। डॉ. लक्ष्मी डूडवे स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा देखा एवं प्रारंभिक जांचे करवाई, जिसमें पता चला कि हीमोग्लोबिन 3 ग्राम है। इसके अलावा भी अन्य जटिलता है। महिला को तत्काल निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. संजीव दीक्षित को दिखाया। डॉ. लक्ष्मी डूडवे स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. बरखा कोचले एवं पूरी टीम के सहयोग से 8 मई को सफल ऑपरेशन किया और बेटी ने जन्म लिया। वजन 2 किलो 980 ग्राम है और पूरी तरह से स्वस्थ है।
डॉ. बरखा कोचले स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा बताया कि महिला को लाए थे, उस समय स्थिति अत्यधिक गंभीर थी और खून भी 3 ग्राम था। हमारे द्वारा तत्काल खून की व्यवस्था के अलावा अन्य जटिलताओं का प्रबंधन कर मां और बच्चे की जान बचाई। महिला को 6 यूनिट ब्लड चढ़ाया एवं पांच यूनिट सफेद खून चढ़ाया। यह डॉक्टर और मेडिकल टीम की समर्पण और कुशलता का प्रमाण है। जच्चा बच्चा दोनों को स्वस्थ होने पर 17 मई को डिस्चार्ज कर दिया गया है। पिता श्यामकिशोर चौहान द्वारा बताया गया कि मेरी लड़की को खून की कमी थी। हालत बहुत गंभीर थी, मैं उसे सीरियस अवस्था में यहां पर लेकर आया था। यहां पर डॉ. लक्ष्मी डूडवे स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं डॉ. बरखा कोचले पूरी टीम द्वारा सफल ऑपरेशन कर जच्चा बच्चा दोनों की जान बचाई। आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी सुविधा निःशुल्क प्राप्त हुई है। उसके द्वारा सिविल सर्जन डॉ. अनिरुद्ध कौशल एवं नर्सिंग ऑफिसर गीतिका मेरावी, स्वाति नरवरे सहित सभी स्टाफ को धन्यवाद दिया
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