
डोल ग्यारस पर भगवान श्री हरि विष्णु की भव्य डोल यात्रा निकाली गयी
अखाड़ों के कलाकारों ने किया अद्भुत प्रदर्शन
रिपोर्ट सुधीर बैसवार
सनावद/भादो मास में शुक्ल पक्ष में आने वालीं ग्यारस को परिवर्तनी एकादशी भी कहा जाता है परिवर्तनी एकादशी को पद्मा एकादशी, डोल ग्यारस वामन और जयझुलनी एकादशी जैसे कई नामों से जाना हैं शास्त्रों के अनुसार भगवान श्री हरि विष्णु ने आज के दिन अपनी करवट ली थी ऐसा भी कहा जाता है कि प्रतिदिन भक्त अपने आराध्य के दर्शनार्थ के लिये मंदिर में जाते हैं किन्तु आज के दिन भगवान श्री हरि विष्णु अपने भक्तों से मिलने के लिये अपने मन्दिरों से बाहर निकल कर आते हैं जिसे लेकर डोल ग्यारस उत्सव मनाया जाता है
आज इस श्रखंला में नगर के पंचायती राम मन्दिर,मुरली मनोहर मन्दिर,सत्यनारायण मन्दिर राज मन्दिर,लक्ष्मी मन्दिर और राधा कृष्ण मंदिर आदि मंदिरों से साज सज्जती डोले में श्री हरि विष्णु विराजमान होकर अपने भक्तों से मिलने पहुँचे हैं
डोल यात्रा मुरली मनोहर मन्दिर से प्रारम्भ की गई डोले संपूर्ण नगर का भ्रमण कर अपने अपने यथावत स्थान पहुँचे डोल यात्रा का जगह जगह आरती एवं पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया
इस दोरान अखाड़ों के कलाकारों ने अपनी अपनी कला का अद्भुत प्रदर्शन किया । अखाड़ों के उस्ताद खलीफाऔ का बस स्टेंड पर संकट मोचन संगठन के द्वारा स्वागत सत्कार किया गया
डोल यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था मे अनुविभागीय अधिकारी अर्चना रावत,तहसीलदार केशया सोलंकी,थाना प्रभारी रामेश्वर ठाकुर, पुलिस बल और कोटवारो के साथ नगर सुरक्षा समिति के सदस्य भी शामिल रहे।