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*रियांबड़ी उपखंड के गांवों में फसल नष्ट, किसानों की चिंता बढ़ी: मुआवजे की मांग*

♨️ पशुओ को खिलाने के लिए सूखे चारे का रहेगा आकाल

रियांबड़ी (राजस्थान): उपखंड रियांबड़ी के गांवों कोड, नरसिंह बासनी, दौलतपुरा, कोडिया, आलनियावास, लाडपुरा, कॉलनी कुमारन, सथाना, डोडीयाना, थांवला, गुढ़ा और टहेला सहित दर्जनों गाँवों में किसानों की फसलें इस बार पहले मानसून की बेरुखी और अब गोझा लट और “कातरे” के प्रकोप से बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। क्षेत्र में मूंगफली की लगभग 80% फसल गोझा लट (सफेद सुंडी) के हमले से नष्ट हो चुकी है, जिससे किसानों की मेहनत और उम्मीदों पर पानी फिर गया है।

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♨️मानसून की मार और गोझा लट कातरे का कहर

इस साल मानसून की अनियमितता ने पहले ही किसानों को परेशान किया। कम बारिश के कारण फसलों को पर्याप्त पानी नहीं मिला, जिससे मूंगफली, मूंग, बाजरे, गवार,चवला,ज्वार और अन्य खरीफ फसलों को नुकसान हुआ। इसके बाद गोझा लट ने मूंगफली की फसल पर कहर बरपाया। किसानों का कहना है कि गोझा लट ने पौधों की जड़ों और फलियों को चट कर दिया, जिससे फसल का बड़ा हिस्सा बर्बाद हो गया।

स्थानीय किसान श्रवनपुरी ने बताया, “हमने दिन-रात मेहनत करके मूंगफली की बुआई की थी, लेकिन गोझा लट ने सब कुछ नष्ट कर दिया। अब पूरे साल का खर्चा कैसे चलेगा, यह चिंता सता रही है।” एक अन्य किसान नाथूराम ने कहा, “कृषि विभाग को समय रहते कीटनाशक और सलाह देनी चाहिए थी, लेकिन कोई मदद नहीं मिली।”

 

♨️मुआवजे की मांग

 

किसानों ने कृषि विभाग से इस नुकसान का तत्काल सर्वे करवाकर मुआवजा प्रदान करने की मांग की है। स्थानीय सहकारी समिति के सदस्य रामचंद्र चौधरी ने कहा, “किसानों की यह हालत देखकर दुख होता है। सरकार और कृषि विभाग को तुरंत कदम उठाकर प्रभावित किसानों को राहत देनी चाहिऐ

 

♨️कृषि विभाग की भूमिका

किसानों का आरोप है कि कृषि विभाग ने गोझा लट और कातरे के प्रकोप को रोकने के लिए समय पर कोई कदम नहीं उठाया।

 

♨️ किसानों के सामने आर्थिक संकट

मूंगफली इस क्षेत्र की प्रमुख नकदी फसल है, जिस पर किसानों की आजीविका निर्भर करती है। फसल नष्ट होने से किसानों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। कई किसानों ने कर्ज लेकर खेती की थी, और अब उन्हें कर्ज चुकाने की चिंता सता रही है। स्थानीय निवासी गोपाल सिंह ने कहा, “सरकार को मुआवजा देने के साथ-साथ अगले सीजन के लिए मुफ्त बीज और कीटनाशक भी उपलब्ध कराने चाहिए।”

 

♨️सरकार से अपील

किसानों ने राज्य सरकार से अपील की है कि प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल राहत पैकेज की घोषणा की जाए। साथ ही, भविष्य में ऐसी आपदाओं से बचाव के लिए कृषि विभाग को और सक्रिय करना होगा। किसानों का कहना है कि अगर समय रहते मदद नहीं मिली, तो उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो सकती है।

 

♨️रियांबड़ी उपखंड के किसान इस समय दोहरी मार झेल रहे हैं। मानसून की कमी और गोझा लट के हमले ने उनकी मेहनत को बर्बाद कर दिया है। अब सभी की निगाहें सरकार और कृषि विभाग पर टिकी हैं, जो इस संकट की घड़ी में किसानों का सहारा बन सकते हैं। मुआवजे और सहायता की उम्मीद में किसान एकजुट होकर अपनी आवाज उठा रहे हैं, ताकि उनकी मेहनत का कुछ तो मोल मिल सके।

 

 

मुरलीधर पारीक नागौर

मुरलीधर पारीक भारत संवाद नागौर से हैं,मुरलीधर पारीक वर्तमान में भारत संवाद,TV वेब,सहित भारत संवाद न्यूज समूह के सभी प्लेटफार्म के लिए योगदान दे रहे हे..!

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