
राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत कृषि सखियों का 05 दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ
19 अगस्त 2025
ब्यूरो किशोर सिंह राजपूत शाजापुर 9981757273
किसानों को रासायनिक खादों एवं दवाओं के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए उन्हें प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित करें–
कलेक्टर बाफना शाजापुर, कलेक्टर ऋजु बाफना ने कृषि सखियों से कहा कि प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण लेकर गांवों में जाये और किसानों को रासायनिक खादों एवं दवाओं के दुष्परिणामों से अवगत कराते हुए उन्हें प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित करें। यह बात कलेक्टर बाफना ने आज राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत आज स्थानीय कृषि विज्ञान केन्द्र में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की कृषि सखियों के लिए प्रारंभ हुए 05 दिवसीय प्रशिक्षण में संबोधित करते हुए कही। कलेक्टर बाफना ने कहा कि वर्तमान दौर में खेती रासायनिक खाद एवं दवाओं पर निर्भर है और इसके गंभीर दुष्परिणाम भी सामने आ रहे हैं। इसलिये आवश्यक हो गया है कि किसान, प्राकृतिक खेती से जुड़कर स्वयं के परिवार के साथ-साथ अन्य लोगों को रासायनिक खाद एवं दवाओं के दुष्परिणामों से बचाएं। कृषि सखियां यहां से प्रशिक्षण लेकर ग्रामीणजनों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रोत्साहित करें। कलेक्टर ने कहा कि जैविक खेती अपनाने वाले किसानों के यहां जाकर देखें, उनके द्वारा अच्छा उत्पादन प्राप्त किया जा रहा है। महिलाएं अपने घरों में पोषण वाटिका लगाएं और सब्जियां उगाएं। कृषि सखियां ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं स्वसहायता समूह की दीदियों को भी प्रशिक्षित करें।
इस मौके पर कृषि विज्ञान केन्द्र प्रभारी डॉ. जीआर अम्बावतिया ने विस्तार से प्रशिक्षण देते हुए मोटे अनाज के उत्पादन, फसल चक्र अपनाने, प्राकृतिक खेती से भूमि का स्वास्थ्य ठीक करने, जैविक खाद तैयार करने, नरवाई नहीं जलाकर उसे जैविक खाद में बदलने, गोबर एवं गौमूत्र के प्रयोग तथा प्राकृतिक खेती के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर प्राकृतिक खेती करने वाले प्रगतिशील कृषक तथा गौशाला चलाने वाले अजय आनंद नारोलिया ने भी संबोधित किया। प्रशिक्षण में परियोजना प्रबंधक आत्मा डॉ. स्मृति व्यास, डॉ. गायत्री वर्मा, डॉ. मुकेश सिंह, डॉ. डी.के. तिवारी, राजेश विश्वकर्मा, एनआरएलएम के मनोज जोशी एवं हुकुमसिंह गुर्जर भी उपस्थित थे।