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आपसी संघर्ष में मादा बाघ की हुई मृत्‍यु

सुशील चौहान

सिवनी / उप संचालक पेंच टाईगर रिजर्व ने जानकारी देकर बताया कि दिनांक 04 जुलाई को पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी के कर्माझिरी परिक्षेत्र अंतर्गत कक्ष क्रमांक 585, अलीकट्टा घास मैदान के समीप दो सुरक्षा श्रमिकों को बाघों को लड़ने की आवाज सुनाई दी एवं थोड़ी देर बाद रोड के दूसरी ओर बाघों को लड़ते हुए देखा तथा थोड़ी देर बाद एक बाघ को दूसरे बाघ के द्वारा खींचकर जंगल की ओर ले जाते देखा। उन्‍होंने वरिष्ठ अधिकारी को उक्‍त संबंध में सूचना दी, चूंकि वह स्थान जहां पर दोनो बाघ थे वह झाडियों से घिरा हुआ था अतः दूर से कुछ स्पष्ट नजर नहीं आ रहा था एवं पैदल पास जाना घातक हो सकता था। अतः विभागीय हाथियों की मदद से बाघों के पास जाने का निर्णय लिया गया हाथियों के आते तक शाम ढल चुकी थी। हाथियों पर सवार होकर पास जाकर देखने से पता चला कि, मृत बाघ एक अवयस्क मादा थी चूंकि दूसरा बाघ भी समीप ही था अतः मौके पर कैमरा लगाकर बाघ के शव को वहीं छोड़ दिया गया। आज सुबह मौके पर एन.टी.सी.ए. के प्रोटोकॉल के अनुरूप वरिष्ठ वन्यप्राणी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अखिलेश मिश्रा एवं डॉ. अमित रैकवार पशु चिकित्सक कुरई के समक्ष पोस्टमार्टम कर श्री देवाप्रसाद जे. क्षेत्र संचालक पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी, एन.टी.सी.ए. के प्रतिनिधि, श्री शंशाक मेश्राम तहसीलदार कुरई, श्रीमति

कोथिका कशराम सरपंच टरिया के समक्ष पंचनामा तैयार कर मृत मादा बाघ के शव को वहीं छोड दिया गया। आज सुबह मौके पर एन टी सी ए के प्रोटोकॉल के अनुरूप वरिष्‍ठ वन्‍यप्राणी स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारी डॉ अखिलेश मिश्रा एवं डॉ अमित रैकवार पशु चिकित्‍सक कुरई के समक्ष पोस्‍टमार्टम कर श्री देवाप्रसाद जे क्षेत्र संचालक पेंच टाईगर रिजर्व सिवनी एन टीसीए के प्रतिनिधि श्री शंशाक मेश्राम तहसीलदार कुरई कोथिका कुशराम सरपंच टुरिया के समक्ष पंचनामा तैयार कर मृत मादा बाघ के शव को जलाकर नष्‍ट किया गया।

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