वहरावल से कामखेड़ा बालाजी धाम के लिए निकली पैदल यात्रा
वहरावल से कामखेड़ा बालाजी धाम के लिए निकली पैदल यात्रा
*वहरावल* श्रावण माह के पवित्र महिने में कावड़ एंव पैदल यात्राओं का दौर लगातार जारी है इसी कढी में नजीराबाद के निकट ग्राम वहरावल से हर वर्ष की भांती इस वर्ष भी शुक्रवार को छठवी बार पैदल यात्रा कामखेड़ा बालाजी के लिए रवाना हो गयी इसमे 25 युवा भक्त शामिल है. इसके सांथ-सांथ नजीराबाद, सुराना, रमाहा,खजुरिया,कढैयाकला, दामिला.बड़ाबेली.खाताखेड़ी समेत बैरसिया क्षेत्र के अनेकों-अनेक भक्त अलग अलग टोलियों में जाकर बाबा के दरवार मे हाजरी लगाने जाते है.. सावन का पूरा महीना। यात्राओं का दौर जारी रहता है, कामखेड़ा बालाजी के परम भक्त *निकेश गौर* ने बताया कि जो भी व्यक्ति अपनी मन्नत अनुसार पैदल यात्रा करता है या तो उसकी मनोकामना पूर्ण हो चुकी हो या उसकी कोई मनोकामना हो, दोनों परिस्थितियों मे बाबा भक्त का उद्धार कर आशीर्वाद प्रदान करतें है, अनुमानित यात्रा 100 से 130 किलोमीटर की होती है जिसमे जगह-जगह लोग यात्रियों का पूरा ख्याल रखतें हैं सभी को स्वाल्फाहार, भोजन, एंव विश्राम की पूर्ण व्यावस्था की जाती है इस यात्रा में लगभग 3 से 4 पढाव होतें हैं जिसमे यात्री भक्त प्रतिदिन 30 से 35 किलोमीटर की पैदल यात्रा करतें है अंतिम पढाव बालाजी के दरबार में होता है, रात्री की आरती में भक्त बाबा के दरबार मे हाजरी लगाकर विश्राम करतें है, अगली सुबह की आरती में सभी यात्री भक्त शामिल होकर बाबा से अपनी-अपनी मनोकामना मांगते है तथा जिनकी ईच्छा पूर्ण हुई है वो भक्त परिवार, गांव की सुख समृद्धि एंव सम्पन्नता की कामना करतें है