
सुंदरलाल के कारनामों की जांच प्रक्रिया कब होगी पूरी… सचिव द्वारा किए गए भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद भी अधिकारी दे रहे सुंदरलाल को संरक्षण
ब्रिजेश शर्मा
सचिव सुंदरलाल ने जिला पंचायत सीईओ के आदेश की अवहेलना करते हुए ग्राम पंचायत मझौली से प्रभार मुक्त आदेश के बाद भी कर डाले लाखों रुपए के भुगतान
क्या जनपद से लेकर जिले में बैठे संबंधित अधिकारी करेंगे सुंदरलाल पर ठोस कार्यवाही…..? या फिर जांच सिर्फ कागजों तक ही सीमित रहेगी
शहडोल_ जिले के जनपद पंचायत बुढार अंतर्गत ग्राम पंचायत झरिया जहां सचिव सुंदरलाल रजक को मूल प्रभार दिया गया है। वहीं प्रभारी सचिव के रूप में ग्राम पंचायत मझौली का पदभार संभालने के लिए दिया गया था। परंतु सचिव के मनमौजी रवैया के कारनामों के कारण ग्रामीणों की शिकायत के बाद जिला पंचायत सीईओ ने ग्राम पंचायत मझौली से प्रभार मुक्त करने का आदेश जारी किया था परंतु अब तक ग्राम पंचायत मझौली से सुंदरलाल सचिव का नहीं हो रहा मोह भंग बता दें कि सचिव सुंदरलाल रजक दो पंचायतो के प्रभार रखने के बाद मनमौजी तौर पर लगातार शासन के पैसों का बंदर बांट करते नजर आ रहे हैं। जिला पंचायत शहडोल सीईओ के द्वारा दिनांक 03.06.2025 को पत्र जारी किया गया था कि वह ग्राम पंचायत मझौली से वापस अपने ग्राम पंचायत झीरिया में सचिव के पद पर प्रभार संभालेंगे और ग्राम पंचायत मझौली का प्रभारी सचिव रोजगार सहायक अमरवती पटेल को देने का आदेश जारी किया था। परंतु एक महीने से ऊपर बीतने को आए लेकिन अब तक सचिव सुंदरलाल का नहीं हो रहा मझौली से मोहभंग। और लगातार शासन के पैसों का जमकर कर रहे। बंदरबाँट सचिव के कारनामे कुछ इस प्रकार है कि एक वर्ष में अंत्येष्टि राशि के नाम पर 55000 रु की राशि निकाली गई परंतु सचिव के द्वारा वह अंत्येष्टि की राशि हितग्राही तक नहीं पहुंच पाई और सचिव ने उस पैसे को हजम कर डाला आखिरकार क्या पंचायत के जिम्मेदार सचिव को इतनी खुली छूट दे रखी है कि वह किसी भी प्रकार से अपनी मनमौजी करते नजर आएंगे और समय-समय पर अधिकारियों को उनका कमीशन पहुंचता रहेगा जिससे वे उनके कारनामों को नजर अंदाज करते हुए कार्य करते रहेंगे।यह सभी मामले सवालों के घेरे में….
बाइट_ स्व_ दर्शिला पटेल पति
क्या हैं सचिव सुंदरलाल रजक के कारनामे
पूर्व में लगातार सचिव सुंदरलाल रजक द्वारा ग्राम पंचायत मझौली में आरना ट्रेडर्स के नाम पर कई बिल लगाकर लाखों के भुगतान कराए गए जबकि यह आरना ट्रेडर्स जमीनी हकीकत में ना तो कोई फार्म है ना ही कोई बड़ी दुकान जिससे मटेरियल की सप्लाई हो सके परंतु बावजूद उसके लगातार बिल लगाकर शासन के पैसों का बंदरबांट सचिव सुंदरलाल के द्वारा किया गया मध्य प्रदेश शासन के द्वारा उपयोग किए जाने वाले रेत की रॉयल्टी जबकि वह रेत की रॉयल्टी शासन डायरेक्ट अपने खातों पर लेती है परंतु आरना ट्रेडर्स के कुछ कारनामे ऐसे हैं जो अपने ही बिल पर रेत का भुगतान दिखा दिया। क्या जनपद से लेकर जिले के अधिकारी कब करेंगे इन बिलों की जांच…..? यह जांच होने के बाद होगा खुलासा

प्रभार मुक्त आदेश जारी होने के बाद भी दिनांक 27.06.2025 को कैसे हो गए ढाई लाख करीब के भुगतान….?
बता दें कि दिनांक 27.6.2025 को सचिव सुंदरलाल रजक के द्वारा 2.40000 दो लाख चालीस हजार करीब का भुगतान कर लिया गया। जबकि आदेश होने के बाद उनके द्वारा अब तक मझौली का प्रभार नहीं छोड़ा गया फिर यह कैसे भुगतान हो गया क्या शासन और जिले में बैठे अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करते इसी प्रकार से नजर आते रहेंगे सुंदर लाल रजक या इन पर होगी कड़ी कार्रवाई….? यह जांच से होंगे सभी खुलासे
सूत्र
सूत्र बताते हैं कि ग्राम पंचायत मझौली में यह जो आरना ट्रेडर्स के नाम पर बिल लगाए गए हैं जमीनी हकीकत यह बयां करती है कि ना तो इस नाम का कोई आरना ट्रेडर्स फॉर्म बना हुआ है। ना ही इस नाम का कोई दुकान है परंतु जैसे ही पूर्व में समाचार पत्रों और खबरों के माध्यम से आरना ट्रेडर्स का खुलासा किया गया तब आनन फानन में आरना ट्रेडर्स संचालक के द्वारा जिस रूम में वह अपनी फोर व्हीलर गाड़ी को खड़ा करते हैं। उसी रूम में कुछ बोरी सीमेंट और कुछ बंडल रॉड रखवा कर और एक आरना ट्रेडर्स के नाम की फ्लेक्सी द्वार में टंगा दिया गया। कब करेंगे जिले से लेकर जनपद में बैठे जिम्मेदार अधिकारी सचिव के कारनामों का खुलासा कब होगी इन पर कार्यवाही….?
इनका कहना है।
हम जांच करने गए हुए थे। लेकिन हम सिर्फ झिरिया की अभी जांच किए है। मझौली के जो भी मामले हो उन्हें आप लिखित में सीईओ साहब को दे दीजिए। हम एक साथ दोनों की जांच करेंगे। और उस मामले में अभी जांच चल ही रही है।
(दिलीप पैकरा पंचायत इंस्पेक्टर जनपद पंचायत बुढार)
सचिव द्वारा किए गए कारनामे की जानकारी देने के लिए फोन लगाया गया पर फोन रिसीव नहीं हुआ।
(सुश्री सौम्य सीईओ जिला पंचायत शहडोल)