
हम रोग मुक्त और स्वस्थ रह सकें, इसमें कृषि अनुसंधान की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है- कुलगुरू प्रो शुभा तिवारी
छतरपुर, महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय,छतरपुर के रसायनशास्त्र अध्ययनशाला एवं शोध केंद्र द्वारा सात दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ कुलगुरु प्रोफेसर शुभा तिवारी की अध्यक्षता में एवं प्रोफेसर प्रशांत पी जम्बुलकर जी के मुख्य आतिथ्य में हुआ।कार्यशाला में विद्वानों के सार्थक व्याख्यानों का लाभ विद्यार्थियों ने उठाया।
मीडिया समिति सदस्य पूजा तिवारी के मुताबिक यह सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला पीएम उषा के सौजन्य से रसायनशास्त्र विभाग के तत्वावधान में 18 जुलाई 2025 शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से विश्वविद्यालय के सरस्वती हॉल में कुलगुरु प्रोफेसर शुभा तिवारी की अध्यक्षता में प्रारंभ हुईl कार्यशाला का शुभारंभ मां सरस्वती के चरणों में पुष्प अर्पण एवं दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसमें संगीत विभाग की श्रीमती सुकन्या श्रीवास्तव ने सरस्वती वंदना एवं कुलगान की मनमोहक प्रस्तुति दी l इस कार्यक्रम में कुलगुरु प्रो शुभा तिवारी, प्रो प्रशांत पी जम्बुलकर,कार्यक्रम की संयोजक एवं विज्ञान संकाय की डीन प्रोफेसर अर्चना जैन, रूसा प्रभारी डॉ केबी अहिरवार, कार्यक्रम के समन्वयक डॉक्टर एस.पी. अहिरवार मंचासीन रहे l
कुलगुरु प्रो शुभा तिवारी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम रोग मुक्त और स्वस्थ रह सकें, इसमें कृषि अनुसंधान की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है l कैंसर एवं अन्य बीमारियों का बढ़ता अनुपात इस विषय को और भी गंभीर बना देता है।आपने विद्यार्थियों को विषय पर सार्थक संबोधन देकर लाभान्वित किया।
मुख्य वक्ता के रूप में रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय,झांसी से पधारे प्रशांत पी जम्बुलकर ने पौध संरक्षण के लिए नवीन जैव नियंत्रण उपकरण और संसाधनों के विषय में गहनता से जानकारी दी।आपने छात्रों को कार्यशाला के विषय पर रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की।यह जानकारी निश्चित रूप से छात्रों का ज्ञानवर्धन सिद्ध होगी।
द्वितीय वक्ता के रूप में नौगांव से पधारे डॉ राजीव कुमार सिंह वैज्ञानिक एग्रोनॉमी छतरपुर ने पौधों में होने वाले विभिन्न विभिन्न रोगों और उनसे पौधों को बचाने के लिए उपयोग होने वाले बायोकेमिकल जैसे ट्राइकोडर्मा के बारे में विस्तार से बताया l
इस कार्यक्रम के अंत में प्रो अमिता अरजरिया ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉक्टर अपर्णा प्रजापति ने किया l
इस कार्यक्रम में प्रोफेसर अर्चना चौहान, प्रोफेसर पी. एल. प्रजापति, प्रोफेसर पी.के. खरे ,सुश्री कुमकुम चौरसिया ,सुश्री दीपाली शर्मा, हिरदेश धात्रा, संतोष सिंह समेत विश्वविद्यालय के अन्य प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में प्रतिभागी उपस्थित रहे l