
दान देने की परंपरा का समाज के विकास को मिली गति। आदर्श स्थापित कर रहा हैं गुर्जर समाज।
बड़वाह कुलदीप सिंह अरोरा
दान देने की परंपरा का समाज के विकास को मिली गति। आदर्श स्थापित कर रहा हैं गुर्जर समाज।
सनावद (अनिल चौधरी)। निमाड़ में बाहुल्यता में बसा किसान-मजदूर गुर्जर समाज आज हर क्षेत्र में तेजी से विकसित ह रहा हैं। व्यापार हो या शिक्षा,राजनीति हो या धार्मिक कार्य,संस्कार हो या जरूरतमंदों की मदद समाज आदर्श स्थापित कर रहा हैं। स्वर्गीय ताराचंद पटेल सहित समाजसेवियों की फिजूलखर्ची से बचने और पैसे को सद्कार्यों और समाज के विकास में लगाने की परंपरा का समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान हैं। ख़र्चीके विवाह की जगह सामुहिक विवाह सम्मेलन हो या मृत्यु भोज में बड़ा खर्च करने की जगह प्रियजन की याद में दान देने की परंपरा ऐसे ही कार्यों के परिणाम हैं कि आज समाज के प्रत्येक छोटे बढ़े गाँवो में समाज के अपने मांगलिक भवन हैं। निर्धन विद्यार्थी सहायता कोष के अध्यक्ष रामु सेठ,सचिव जगदीश शाह व अनिल चौधरी ने बताया की समाज के जरूरतमंद विद्यार्थियों की मदद के लिए गठित निर्धन विद्यार्थी कोष से अभी तक 15 विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए 17 लाख रु की मदद की जा चुकी हैं। जिनमें 10 छात्राएं व 5 छात्र हैं। जिनमें से कुछ बच्चे डॉक्टर बन चुके हैं। रविवार को आयोजित शोक सभा में ग्राम नरलाय के सेवाभावी गायत्री परिजन महावीर मुकाती की बेटी प्रज्ञा को नर्सिंग कॉलेज की पढ़ाई के लिए अस्सी हजार रु की मदद की गई। प्रज्ञा मुकाती ने समाज का आभार प्रकट करते हुए भविष्य में समाज के सहयोग की बात कही। निर्धन विद्यार्थी सहायता कोष के पदाधिकारियों ने कहाँ की समाजसेवियों की मदद से यह कार्य निरंतर जारी रहेगा।
चौधरी परिवार ढकलगांव ने माताजी की स्मृति में दिया डेढ़ लाख रु का दान।
सनावद के समीप गुर्जर समाज के सबसे बड़े गाँव ढकलगांव में युवा नेता व समाजसेवी दशरथ चौधरी की दादी जी व मांगीलाल चौधरी की माताजी सुन्दरबाई की स्मृति में परिवार व परिजनों द्वारा डेढ़ लाख रु की राशि दान दी गई। यह राशि समाज के मांगलिक भवन,स्कूल, कॉलेज,मंदिर,गौशाला आदि में दी गई। ढकलगांव रविवार को आयोजित विशाल शोक सभा में बड़वाह विधायक सचिन बिरला,मांधाता विधायक राजनारायणसिंह, श्री रेवा गुर्जर महासभा के अध्यक्ष जगदीश मोराण्या, सचिव नंदराम बिरले सहित समाज की विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी,जनप्रतिनिधि व हजारों की संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।