
बड़वाह तहसील में सीमांकन के दौरान पटवारियों से अभद्रत, मारपीट व लूट का आरोप; आरोपी सरपंच पर कार्रवाई की मांग।
बड़वाह कुलदीप सिंह अरोरा
बड़वाह तहसील में सीमांकन के दौरान पटवारियों से अभद्रत, मारपीट व लूट का आरोप; आरोपी सरपंच पर कार्रवाई की मांग।
बड़वाह पुलिस थाने पर विभिन्न धाराओं में लोंदी बी के सरपंच अर्जुन कौशल पर हुई एफआईआर।
बड़वाह, जिला खरगोन – बड़वाह तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत लौंदी बी के सरपंच अर्जुन पिता ओंकार कौशल (जाति – लोधी, निवासी ग्राम रामकुल्ला) पर सीमांकन के दौरान शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने, पटवारियों से गाली-गलौच, मारपीट की धमकी, लूटपाट व बंधक बनाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
मध्य प्रदेश प्रांतीय पटवारी संघ तहसील शाखा बड़वाह द्वारा अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) एवं तहसीलदार महोदय को सौंपे गए पत्र में बताया गया कि यह घटना 18 जुलाई 2025 को घटित हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम लखनपुरा के सर्वे नंबर 111/1/2, 11/2 रकबा 0.620 हेक्टेयर भूमि का सीमांकन 31 मई को राजस्व निरीक्षक एवं हल्का पटवारी नीलम डावर व दल द्वारा किया गया था। सीमांकन के बाद अर्जुन लोधी, जो ग्राम पंचायत लौंदी बी के वर्तमान सरपंच हैं, द्वारा पड़ोसी कृषक मनोज पिता रामप्रसाद अग्रवाल के खेत में खूँटे गाड़े जा रहे थे।
कृषक मनोज अग्रवाल के आग्रह पर 18 जुलाई को पटवारी नीलम डावर एवं पियूष जैन मौका निरीक्षण हेतु पहुंचे। इस दौरान सरपंच अर्जुन लोधी द्वारा दोनों पटवारियों के साथ अमर्यादित व्यवहार किया गया। आरोप है कि उन्होंने महिला पटवारी नीलम डावर (अजजा वर्ग) और पियूष जैन के साथ अश्लील गालियाँ दीं, जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया तथा हाथ में लाठी लेकर हमला करने का प्रयास किया।
इतना ही नहीं, आरोपित द्वारा दोनों पटवारियों को लगभग दो घंटे तक बंधक बनाए रखा गया, उनके वाहन की चाबी छीनी गई, ₹3640 की राशि छीन ली गई और जान से मारने की धमकी दी गई। सरपंच ने खुलेआम कहा कि “गांव में मेरी ही चलती है, कई पटवारी आए और चले गए,” और शासकीय दस्तावेज छीनने की कोशिश भी की।
इस शर्मनाक घटना के कई प्रत्यक्षदर्शी भी मौजूद थे जिनमें कृषक मनोज अग्रवाल, भीका पिता कल्लू, ग्राम उपसरपंच और अन्य ग्रामीण शामिल हैं।
घटना से आक्रोशित पटवारी संघ ने ज्ञापन सौंपकर आरोपित सरपंच के विरुद्ध सख्त दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिवस में प्रभावी कार्रवाई नहीं की जाती तो समस्त पटवारी सीमांकन एवं फार्मर आईडी से संबंधित कार्यों का बहिष्कार करेंगे।