
बड़वाह एसडीएम ने आदिवासी कन्या छात्रावास का किया औचक निरीक्षण। भोजन की गुणवत्ता परखी, बच्चों से स्वास्थ्य और सुविधाओं की ली जानकारी।
बड़वाह कुलदीप सिंह अरोरा
बड़वाह एसडीएम ने आदिवासी कन्या छात्रावास का किया औचक निरीक्षण।
भोजन की गुणवत्ता परखी, बच्चों से स्वास्थ्य और सुविधाओं की ली जानकारी।
काटकूट/
बड़वाह के एसडीएम सत्यनारायण दर्रा ने बुधवार को शासकीय आदिवासी कन्या शाला छात्रावास, काटकूट का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने
छात्रावास में तैयार भोजन का स्वाद लेकर उसकी गुणवत्ता की जांच की। भोजन की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि दाल स्वादिष्ट है, हालांकि रोटियों को और पतला बनाया जाना चाहिए।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम दर्रा ने छात्राओं से संवाद करते हुए उनके रहने, पढ़ाई और स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी ली। जब उन्होंने आठवीं कक्षा की छात्राओं से पूछा कि वे यहां कितने वर्षों से रह रही हैं, तो एक छात्रा ने बताया कि वह पिछले चार वर्षों से छात्रावास में रह रही है। इस पर एसडीएम ने कहा कि यदि किसी को कोई परेशानी हो तो वह निःसंकोच बताएं। उन्होंने छात्राओं को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता से किया जाएगा।
एसडीएम दर्रा ने छात्रावास प्रबंधक को निर्देशित किया कि छात्राओं के साथ स्नेहपूर्ण और पारिवारिक व्यवहार किया जाए। उन्होंने कहा, “इन बच्चों को अपने परिवार का हिस्सा समझकर व्यवहार करें, तभी वे सुरक्षित और आत्मीय वातावरण में शिक्षा प्राप्त कर सकेंगी।”
निरीक्षण के समय बड़वाह शासकीय अस्पताल के डॉ. यशवंत इंगला एवं प्रोफेसर डॉ. प्रियंका दी भी उपस्थित रहे। दोनों अधिकारियों ने भी छात्राओं के स्वास्थ्य से संबंधित व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस प्रकार एसडीएम का यह निरीक्षण न केवल व्यवस्थाओं की समीक्षा था, बल्कि बच्चों के साथ संवाद और उनकी ज़रूरतों को समझने का एक मानवीय प्रयास भी रहा।