
सामूहिक बलात्कार के खिलाफ आदिवासी महापंचायत गढा-मण्डला ने कलेक्टर और एसपी को सौंपा ज्ञापन
ब्यूरो रिपोर्ट मण्डला जितेंद्र कुमार भलावी
मंडला। आदिवासी महापंचायत गढ़ा-मण्डला को दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित एवं सोशल मीडिया से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार विगत दिवस डिण्डौरी से मण्डला आई एक आदिवासी बेटी के साथ नेशलन हाईवे 30 पर चार लोगों ने सामूहिक बलात्कार किये हैं, इसके बाद उस लड़की को अपहरण कर छिंदवाड़ा जिला ले जाया गया।
इसी प्रकार विगत दिनों ग्राम कटरा मण्डला स्थित कम्प्यूटर सेंटर के सामने से कन्या छात्रावास में रहकर पढ़ने वाली एक आदिवासी बेटी को दिनदहाड़े अगवाकर अपहरण की गई थी। इसके अलावा भी मण्डला जिले में आदिवासी बेटियों के साथ इस प्रकार की घटनायें घटित होने की लगातार जानकारी मिलती रहती है। यह बहुत ही चिंता का विषय है एवं पुलिस सुरक्षा, निगरानी एवं नियंत्रण व्यवस्था पर प्रश्न खड़ा करता है।
मण्डला जिला मुख्यालय में जिले के अधिकांश गाँवों से छात्रायें एवं महिलायें प्रतिदिन अपने व्यक्तिगत कार्यों को लेकर आती जाती रहती है। यात्री बस/गाड़ी साधन देर रात में मिलने अथवा कार्य में देरी हो जाने के कारण यात्री बस परिवहन साधन न मिलने पर मजबूरन यहाँ-वहाँ भटकती हैं। पुलिस सुरक्षा व्यवस्था कमी के कारण बलात्कार / दुष्कर्म जैसी घिनौनी हरकतें करने वाले अपने मकसद में कामयाब हो रहे हैं। साथ ही मण्डला जिला मुख्यालय एवं अन्य क्षेत्रों में सरकारी कन्या छात्रावास एवं प्राईवेट किराये के कमरे लेकर लड़कियों पढ़ाई करती हैं। इन सभी की कड़ी सुरक्षा, निगरानी एवं नियंत्रण व्यवस्था करने की पूर्ण जिम्मेदारी पुलिस विभाग की है। इस प्रकार की घटनायें/ वारदातें लगातार घटित होने से ऐसा लगता है कि पुलिस विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
इस संबध में आदिवासी महापंचायत गढ़ा-मण्डला के प्रतिनिधि मण्डल ने कलेक्टर और एस पी को ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि विगत दिवस डिण्डौरी से मण्डला आई आदिवासी बेटी के साथ नेशलन हाईवे 30 पर चार लोगों ने सामूहिक बलात्कार किये हैं. उन आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाया जाये। जिस प्रकार मध्यप्रदेश एवं देश के विभिन्न क्षेत्रों में इस प्रकार के अपराधियों के घरों में बुलडोजर चलाया जाता है। साथ ही इस प्रकार के घटनाओं हेतु संवैदनशीन एवं घट्नाकारित चिन्हित क्षेत्रों में पुलिस सुरक्षा एवं निगरानी व्यवस्था बढ़ाई जाये और यह भी सुनिश्चित किया जावे कि जिस समय या दिन या रात में जिसके ड्यूटी क्षेत्र में कोई घटना घटित होता है, तो जिस समय या दिन या रात में जिसकी ड्यूटी लगाई गई थी, उन पर सख्त कार्यवाई की जावे। ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो पाये। यदि आगामी दिनों में इसकी पुनरावृत्ति होती है, तो आदिवासी महापंचायत गढ़ा-मण्डला के तत्वाधान में पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन के विरोध में महाजनआन्दोलन किया जावेगा। जिसके लिये पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन पूर्ण रूप से जवाबदेह होगा। इस दौरान आदिवासी महा पंचायत गढ़ा मंडला के समस्त पदाधिकारी व सदस्य गण शामिल रहे।