
*नारी शक्ति की प्रतीक है रानी अहिल्याबाई होल्कर- सरला कोसरिया*
संवाददाता तिलक राम पटेल
*नारी शक्ति की प्रतीक है रानी अहिल्याबाई होल्कर- सरला कोसरिया*
तिलक राम पटेल/ भारत संवाद टीवी न्यूज़
अहिल्या बाई होल्कर की 300 वीं जयंती पर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती सरला कोसरिया जी ने पुण्य श्लोक अहिल्या बाई होल्कर को नमन करते हुए कहा कि भारत के इतिहास में कुछ महिलाएं ऐसी रही है जिनका जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए आदर्श बन गया । उन्ही में से एक है राजमाता अहिल्याबाई होल्कर , जिनकी 2300 वीं जयंती पर हम श्रद्धा और गर्व के साथ इन्हें स्मरण कर रहे है। इस ऐतिहासिक अवसर पर मैं उन्हें श्रद्धा पूर्वक नमन करती हूं और उनके आदर्शों को आज के सामाजिक परिप्रेक्ष्य में दोहराते हुए छत्तीसगढ़ सरकार की नारी सशक्तिकरण योजनाओं की चर्चा करना चाहती हूं। अहिल्या बाई होल्कर त्याग,सेवा और न्याय की मूर्ति रानी अहिल्याबाई होल्कर का जीवन संघर्षो से भरा हुआ था,लेकिन उन्होंने कभी हार नही मानी। एक युवा विधवा के रूप में उन्होंने न केवल स्वयं को संभाला,बल्कि सम्पूर्ण मालवा राज्य को कुशलता से चलाया। वे प्रशासन ,धर्म,सामाजिक समरसता और दानशीलता की मिसाल थी। उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर ,सोमनाथ मंदिर,अयोध्या,बद्रीनाथ द्वारका जैसे स्थानों पर पुनर्निर्माण कार्य कर भारतीय संस्कृति और आस्था की रक्षा की। उनके कार्य इस बात का प्रमाण है कि यदि नारी को अवसर और अधिकार मिले, तो वे समाज और राष्ट्र दोनो को दिशा दे सकती है।
आगे श्रीमती सरला कोसरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार का संकल्प हर नारी बने समर्थ छत्तीसगढ़ सरकार मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में, अहिल्याबाई होल्कर के पदचिन्हों पर चलते हुए नारी सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। महतारी वंदन योजना – छत्तीसगढ़ सरकार ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण और सामाजिक सम्मान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से महतारी वंदन योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत पात्र विवाहित ,विधवा ,तलाकशुदा और परित्यकक्ता महिलाओं को प्रतिमाह 1 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मिल रही है। अब तक लगभग 70 लाख महिलाओं को 15 किश्तों में 9788.78 करोड़ रुपये सहायता राशि प्रदान की जा चुकी है। महिला स्वावलंबन योजना – राज्य सरकार ने महिला स्व सहायता समूहों को मजबूत बनाने के उद्देश्य से स्वरोजगार योजनाएं प्रारंभ की और कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम की ठोस पहल की। इस सकारात्मक पहल से प्रदेश की लाखों महिलाएं अब आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही है। महिलाओं की सुरक्षा और न्याय के लिए महिला हेल्प लाईन 181, सखी वन स्टॉप सेंटर, फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट, विधिक सहायता जैसे उपाय सुनिश्चित किए गए है ताकि हर महिला को न्याय मील और वह भयमुक्त जी सके। हमारा लक्ष्य सशक्त,सुरक्षित और सम्मानित नारी समाजरानी वीरांगना अहिल्याबाई होल्कर जी ने जिस समाज की कल्पना की थी उसे साकार करने के लिए हमे शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और सम्मान के चार स्तंभों पर कार्य करना होगा। छत्तीसगढ़ सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है ताकि हर बालिका अपने सपने को साकार कर सके और हर महिला समाज मे नेतृत्व की भूमिका निभा सके। मालवा साम्राज्य की रानी अहिल्या बाई होल्कर जी की जयंती केवल एक स्मरण नही,बल्कि संकल्प का अवसर है। संकल्प इस बात का की हम उनके दिखाए मार्ग पर चलकर एक सशक्त और समरस समाज का निर्माण करेंगे। मैं समस्त प्रदेशवासियों से अपील करती हूं कि वे इस अभियान में सहभागी बनें और नारी शक्ति को राष्ट्र शक्ति में बदलने की दिशा में योगदान दें। जब नारी सशक्त होगी तभी विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ का संकल्प साकार होगा।