
झकझोर देने वाली घटना: एक ओर जली बहु की चिता दूसरी तरफ जेठ की एक्सीडेंट में मौत , झाँसी-मऊरानीपुर हाईवे पर असुरक्षित क्रॉसिंग बनी मौत का कारण
रिपोर्ट ; प्रथम श्रीवास्तव
बरुआसागर ( झाँसी ) | जहाँ एक ओर परिवार अपनी बहू के अंतिम संस्कार की पीड़ा से जूझ रहा था, वहीं एक और हृदय विदारक घटना ने उन्हें तोड़ दिया। बरुआसागर के अयोध्या की टोरिया निवासी रामप्रसाद रायकवार (लगभग 50 वर्ष) अपनी बहू के अंतिम संस्कार में शामिल होकर झाँसी-मऊरानीपुर हाईवे क्रॉस कर वापस लौट रहे थे, तभी एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। मौके पर ही उनकी मौत हो गई, जिससे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
यह दुखद घटना बरुआसागर मुक्तिधाम के पास हुई, जो हाईवे के दूसरी ओर स्थित है। स्थानीय लोगों और परिजनों का आरोप है कि हाईवे के इस हिस्से पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। न तो कोई लाइट सिग्नल है, न ही कोई सुरक्षित कट दिया गया है, और न ही स्पीड ब्रेकर हैं। इस कारण आए दिन यहां बड़ी दुर्घटना होने का डर बना रहता है, और अब यह भयावह वास्तविकता सामने आई है।
रामप्रसाद रायकवार की असामयिक मृत्यु ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाईवे पर बिना किसी चेतावनी संकेत या सुरक्षित क्रॉसिंग के, पैदल चलने वालों के लिए यह मार्ग अत्यंत खतरनाक बन गया है। मुक्तिधाम जैसी महत्वपूर्ण जगह के पास जहां लोगों का आना-जाना लगा रहता है, वहां इस तरह की लापरवाही बेहद चिंतनीय है।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से तत्काल इस समस्या पर ध्यान देने की अपील की है। उनकी मांग है कि बरुआसागर मुक्तिधाम के पास हाईवे पर तुरंत लाइट सिग्नल, सुरक्षित कट और स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके। परिवार पहले से ही एक सदस्य को खोने के गम में डूबा हुआ है, और अब रामप्रसाद रायकवार की मौत ने उन्हें और भी गहरा सदमा दिया है। यह घटना दर्शाती है कि सड़क सुरक्षा के प्रति उदासीनता कितनी भारी पड़ सकती है।