
ब्यूरो किशोर सिंह राजपूत शाजापुर
दिग्विजय सिंह कोई संवैधानिक पद पर नहीं है,वे केवल सांसद है। सरकार में नहीं है और वे कोई नीतिगत निर्णय नहीं ले सकते। उनका पीए कोई ऐसा निर्णय नहीं ले सकता जिससे प्रदेश को उसका लाभ मिले या देश को लाभ मिले। यह बात जिला कांग्रेस द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता शहरयार खान ने दिग्विजय सिंह के पीए सामान्य वर्ग के होने के सवाल पर कहीं। इसी के साथ प्रदेश प्रवक्ता ने केन्द्र सरकार की 2026 की जनगणना के साथ जातिगत जनगणना कराने की घोषणा को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की बहुत बड़ी उपलब्धि बताई। भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा राहुल गांधी ने जातिगत जनगणना को सामाजिक समानता का आधार बनाकर इसे न केवल राष्ट्रीय मुद्दा बनाया बल्कि भाजपा की वंचित विरोधी नीतियों की पोल खोल दी। 2023 से 2024 तक उन्होंने संसद में, रैलियों में,प्रेस कांफ्रेंस में और सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया। तेलंगाना में कांग्रेस सरकार द्वारा जातिगत सर्वेक्षण को एक पारदर्शी और समावेशी माडल के रूप में प्रस्तुत करते हुए उन्होंने 50 प्रतिशत आरक्षण सीमा को हटाने की मांग उठाकर भाजपा की दलित,पिछड़ा वर्ग मानसिकता को उजागर किया। जातिगत जनगणना के मुद्दे को राहुल गांधी ने उठाया था और बिहार चुनाव को देखते हुए भाजपा इस मुद्दे को भुनाना चाहती है। राहुल गांधी के जातिगत जनगणना को अब भाजपा सरकार लागू करने जा रही है। राहुल गांधी के तीन मुद्दों पर भाजपा सरकार को योजनाओं में संसोधन करना पड़ा। कृषि कानुन, अग्निवीर योजना और ब्रॉडकास्टिंग सर्विसेज बिल के मामले में सरकार को अपने कदम पीछे लेना पड़े। इन तीनों योजनाओं सरकार को या तो पीछे हटना या योजना बंद कर दी गई।