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प्रकृति और संस्कृति से जुड़ने का मिला अवसर, दस जिलों से 79 प्रतिभागी शिविर से हुए लाभान्वित

प्रकृति और संस्कृति से जुड़ने का मिला अवसर, दस जिलों से 79 प्रतिभागी शिविर से हुए लाभान्वित

प्रकृति और संस्कृति से जुड़ने का मिला अवसर, दस जिलों से 79 प्रतिभागी शिविर से हुए लाभान्वित

संवाददाता तिलक राम पटेल (भारत संवाद टीवी न्यूज़ चैनल)

राज्य मुख्यालय सहित जिला संघ एवं स्थानीय संघ के प्रति जताया आभार ।

 

राज्य स्तरीय तीन दिवसीय एडवेंचर हाईक,व्यक्तित्व विकास एवं प्राकृतिक अध्ययन शिविर 2025 का आयोजन भारत स्काउट्स एवं गाइड्स राज्य मुख्यालय छत्तीसगढ़ के द्वारा राज्य मुख्य आयुक्त डॉ सोमनाथ यादव के निर्देशन एवं राज्य सचिव कैलाश सोनी के मार्गदर्शन में स्थान – अलोहा रिसार्ट एवं एडवेंचर कैम्पस ग्राम जलकी (सिरपुर) ज़िला महासमुन्द में किया गया जिसमें महासमुन्द जिले से गाइड कैप्टिन लक्ष्मी मानिकपुरी (श्रीराम पू.मा.शाला महासमुन्द), एडवांस फ्लॉक लीडर पुष्पांजली चौधरी(शास.प्राथ.शाला शास्त्रीनगर), रेंजर लीडर भगवंतीन निराला (ओपन रेंजर क्रू बागबाहरा) को इस शिविर में शामिल होने का अवसर मिला।

 

 

इस शिविर में छत्तीसगढ राज्य के दस जिलों से चयनित 77 (गाइडर, फ्लॉक लीडर एवं रेंजर लीडर) एवं 2 शिविर सहायक राज्य मुख्यालय से नियुक्त सहित 79 की संख्या में शिविर में शामिल होकर सीख हासिल किया।

 

एडवांस फ्लॉक लीडर/प्रतिभागी पुष्पांजली चौधरी ने बताया कि यह कैम्प स्काउटिंग भावनाओं सहित काफ़ी रोचक एवं अविस्मरणीय रहा,जहां प्रकृति और संस्कृति से जुड़ने के साथ-साथ साहसिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल होने का एक नया अवसर प्राप्त हुआ।

 

शिविर के सफल संचालन के लिए राज्य मुख्यालय द्वारा सहायक के रुप में रंजिता राज, डी.ओ.सी. (गा.) सक्ति एवं हीना भोसले, डी.ओ.सी. (गा.) धमतरी की नियुक्ति की गई थी।

 

ध्वज शिष्टाचार के साथ कैम्प का आगाज़ हुआ और शिविरार्थियों ने सुरम्य प्राकृतिक वातावरण में पीली गार्डन (गुलाब बगीचा) सहित विभिन्न प्रकार की वनस्पतियों का प्राकृतिक अध्ययन किया।

बी.पी.- सिक्स के अभ्यास द्वारा स्वास्थ्य संवर्धन की बारीकियों से अवगत हुए वहीं एडवेंचर हाईक में साहसिक गतिविधियों ( जिप लाइन,जायंट स्विंग,रोप ब्रिज, मंकी ब्रिज, टायर वाल क्लाइंबिंग )

में भाग लेकर उत्साह के साथ अपने अदम्य साहस का परिचय दिया वहीं व्यक्तित्व विकास को एक नया आयाम मिला। प्रतिभागियों के लिए यह अनोखा अनुभव रहा जो काफ़ी आनंददायक रहा। प्रकृति के सुंदर स्वरूप का सूक्ष्म अवलोकन कर सबका मन गदगद हुआ ,जहां पर प्रकृति संरक्षण एवं संवर्धन का सबने संकल्प लिया । महानदी तट पर बसे प्राचीन ऐतिहासिक – पुरातात्विक नगरी सिरपुर का भ्रमण कर यहां की समृद्ध विरासत को देख अचंभित हुए। लक्ष्मण मंदिर,गंधेश्वर मंदिर,बालेश्वर महादेव मंदिर,सुरंग टीला मंदिर,बुद्ध विहार,आनंद प्रभु कुटीर,स्वास्तिक विहार,सिरपुर संग्रहालय आदि दर्शनीय स्थल का अवलोकन कर धरोहरों के प्रति गहरी समझ शक्ति का विकास किया । नियमित रूप से रात्रिकालीन शिविर ज्वाल कार्यक्रम में विविध सांस्कृतिक विरासतों की अनूठी संगम देख सभी भाव विभोर हुए।

 

इस प्रकार लर्निंगफुल माहौल में सबने मित्रवत भाव से एक दूसरे के भिन्नताओं का आदर करते हुए एकता का परिचय दिया। इस तीन दिवसीय कैम्प की सभी ने काफ़ी सराहना करते हुए राज्य मुख्यालय सहित जिला संघ एवं स्थानीय संघ के प्रति आभार प्रकट किया ।

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