
सोशल मीडिया के दौर और डिजिटल होती हुई टेक्नोलॉजी के समय में जहां एक ओर दूर देश व दुनिया मुठ्ठी में सिमटी जा रही है वहीं सबसे क़रीबी कहे जाने वाले रिश्तों में उतनी ही दूरियां लगातार बढ़ती जा रही हैं और अक्सर इन दूरियों का नतीजा किसी भयानक और दिल दहला देने वाली घटना के रूप में सामने आता है, मेरठ के सौरभ हत्याकांड और ऐसी ही और घटनाओं से अभी लोग उभर नहीं पाए थे कि इसी दौरान उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में BRO (Border Road Organisation) से रिटायर्ड फौजी देवेंद्र राम(62) के साथ वैसी ही विभत्स घटना को अंजाम देते हुए उनकी पत्नी माया देवी ने अपने प्रेमी और उसके साथियों संग मिलकर पहले बेरहमी से पति की लाश के 6 टुकड़े किए फिर सबूत मिटाने के उद्देश्य से उसे अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया और बाद में खुद को मासूम साबित करने के लिए खुद ही पति के गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज करा दी
बलिया के बहादुरपुर मोहल्ले के रहने वाले देवेंद्र राम बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (BRO) से रिटायर्ड थे क़रीब 28 साल पहले उनकी शादी माया देवी (45) से हुई थी जिन से उनकी तीन बेटियां और एक बेटा है
बड़ी बेटी जयपुर में व दूसरी बेटी नोएडा में जॉब करते हैं जबकि छोटी बेटी और बेटा अभी पढ़ाई कर रहे हैं
बताते चलें कि देवेंद्र अक्सर नौकरी के सिलसिले में बाहर रहा करते थे जबकि वापस आने पर वह अक्सर अपने पुश्तैनी गांव हरिपुर स्थित घर पर अन्य परिजनों के साथ रहते जबकि माया शहर वाले घर पर अकेली ही रहती थी
इसी दौरान 4 वर्ष पूर्व माया देवी का अफेयर अनिल यादव (24)पुत्र सरल यादव जो की पेशे से एक ट्रक ड्राइवर है और सिकंदरपुर के पास खरीद गांव का रहने वाला है से शुरू हो गया और देवेंद्र की अनुपस्थिति में अक्सर उसका घर पर आना-जाना बढ़ गया जिसको लेकर देवेंद्र और माया के बीच में अक्सर काफी तनाव और झगड़े भी होते थे और बच्चों को भी इसकी भनक लग चुकी थी

इसी बीच माया और अनिल ने मिलकर देवेंद्र की हत्या का प्लान बनाया जिसमें अनिल ने अपने दो साथियों मिथिलेश पटेल और सतीश यादव को भी शामिल किया
इसी क्रम में विगत 9 मई को जब देवेंद्र की छोटी बेटी सुप्रिया कोटा से वापस घर आ रही थी तब देवेंद्र उसे लेने के लिए स्टेशन की ओर गए लेकिन काफी देर बाद जब देवेंद्र का कोई पता नहीं चला तब घर वालों ने इसके बारे में माया से जानकारी लेनी चाही लेकिन उसने पूरी तरह से अभिज्ञता जताते हुए कहा कि उसे कुछ भी नहीं मालूम, जबकि माया ने ही देवेंद्र को शहर वाले घर पर बुलाया था
12 मई को बेटी की शिकायत के बाद खुलने लगीं मामले की परतें
इधर जब छोटी बेटी सुप्रिया को अपने पिता के गुमशुदा होने की जानकारी हुई तो उसने जयपुर रहने वाली बड़ी बहन को इस तत्काल इसकी जानकारी दी और बड़ी बहन अंबली गौतम ने तत्काल वापस गांव आकर अपनी मां और उसके प्रेमी अनिल यादव के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई क्योंकि बच्चों को अपनी मां के बारे में पहले ही मालूम था और उन्हें यह ज्ञात था कि उनकी मां किसी भी हद तक जा सकती है इधर पुलिस को भी खरीद गांव से कटे हुए हाथ पैर मिलने की सूचना पहले मिल गई थी जबकि पुलिस को यह भी ज्ञात हुआ कि अनिल भी खरीद गांव का ही रहने वाला है इसी शक की बिना पर कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए और तहरीर के आधार पर पुलिस ने जब माया को उठाया तो पहले तो वह टालमटोल करती रही लेकिन बाद में पुलिस की सख़्ती के आगे टूट गई उसके बाद उसने पुलिस के सामने अपना जो कबूलनामा दिया वह दिल को दहला देने वाला था

पहले कोल्डड्रिंक में दिया नशीला पदार्थ फिर कर दिये टुकड़े
माया ने पुलिस को बताया कि 9 मई को उसने ही देवेंद्र को फोन करके अपने शहर वाले घर पर बुलाया था जहां पर उसने पहले ही अनिल को बुला रखा था जो अपने दो साथियों मिथिलेश और सतीश के साथ आया था वहां उसने पहले देवेंद्र के खाने पीने की चीज में नशीला पदार्थ मिलाकर उसे बेहोश कर दिया और फिर चारों ने मिलकर उसके 6 टुकड़े कर दिए और उसे लेकर खरीद गांव गये जहां शव के हाथ पैर एक बगीचे में जबकि वहीं कुछ दूर पर स्थित एक कुएं में धड़ को डाल दिया वहीं शव का सर घाघरा नदी में बहा दिया गया फिर वापस आकर घर से खून साफ कर दिया और साफ सफाई करने के दौरान ही जब देवेंद्र के परिजनों के फोन आने लगे तो पूरी तरह से अभिज्ञता जताते हुए माया ने खुद ही 10 मई को जाकर देवेंद्र की गुमशुदगी की तहरीर दर्ज करा दी
दो आरोपियों को पुलिस ने मुटभेड़ में किया गिरफ्तार
इस संबंध में एसपी बलिया ओमवीर सिंह ने बताया मृतक की बेटी की तहरीर पर माया देवी और मिथिलेश को पहले ही हिरासत में ले लिया गया था और इन्हीं की निशानदेही पर खरीद गांव के बगीचे से मृतक के हाथ पैर और एक कुएं से उसका धड बरामद किया गया था जबकि सतीश और अनिल बिहार भागने की फिराक में थे और पीछा करने के दौरान पुलिस पर हमला करते हुए फायरिंग करने लगे जवाबी फायरिंग में पुलिस ने अनिल के पैर में गोली मारकर उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है, आरोपियों के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त दो अदद दाब एक तमंचा, जिंदा कारतूस एक बोलेरो और एक बाइक भी बरामद हुई है आगे की जांच चल रही है और कई चीजे अभी सामने आना बाकी हैं शव का सर अभी तक प्राप्त नहीं हो सका है जिसकी तलाश करने की कोशिश जारी है
