पार्वती नदी किनारे जुए के अड्डे पर मधुसूदनगढ़ पुलिस का बड़ा एक्शन: 16.41 लाख का माल मशूका जब्त, 12 आरोपी हिरासत में
युवराज सिंह मीणा गुना/मधुसूदनगढ़
*पार्वती नदी किनारे जुए के अड्डे पर मधुसूदनगढ़ पुलिस का बड़ा एक्शन: 16.41 लाख का माल मशूका जब्त, 12 आरोपी हिरासत में*
पुलिस अधीक्षक श्री सोनी के निर्देशन में संगठित अपराध पर कसा शिकंजा, फरार आरोपियों की तलाश जारी
गुना (मधुसूदनगढ़)
मधुसूदनगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम कजलिया, नयापुरा में पार्वती नदी के किनारे संचालित हो रहे बड़े जुए के अड्डे पर पुलिस ने रविवार को बड़ी कार्यवाही करते हुए जुए की महफिल को नेस्तनाबूद कर दिया,पुलिस अधीक्षक श्री सोनी के निर्देशन में अंजाम दी गई इस कार्यवाही में कुल 16 लाख 41 हजार 600 रुपए का माल मशूका जब्त किया गया है जब्त सामग्री में सात दोपहिया वाहन, एक मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार और नगद राशि शामिल है।
*गुप्त सूचना पर की गई त्वरित कार्यवाही*
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को पिछले कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि ग्राम कजलिया के समीप पार्वती नदी के किनारे एक सुनसान क्षेत्र में संगठित रूप से जुए का संचालन किया जा रहा है इस पर पुलिस अधीक्षक श्री सोनी ने तत्काल एक विशेष टीम गठित कर मामले की बारीकी से जांच की एवं योजनाबद्ध ढंग से दबिश देने के आदेश दिए।
मधुसूदनगढ़ थाना प्रभारी संदीप यादव के नेतृत्व में गठित टीम ने त्वरित एक्शन लेते हुए रविवार को उक्त स्थल पर छापा मारा, जहां पर बड़ी संख्या में लोग जुआ खेलते हुए रंगे हाथों पकड़े गए पुलिस के पहुंचते ही कुछ आरोपी भागने की कोशिश करने लगे, किंतु पुलिसकर्मियों की तत्परता से उन्हें घेराबंदी कर पकड़ लिया गया इस दौरान कुछ आरोपी मौके से फरार होने में सफल रहे, जिनकी तलाश अभी भी जारी है।
*माल मशूका में भारी नगद राशि और वाहन शामिल*
मौके से जब्त की गई सामग्री में 7 दोपहिया वाहन, एक मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार और नगद राशि कुल मिलाकर 16,41,600 रुपए का आकलन किया गया है। यह आंकड़ा इस बात की पुष्टि करता है कि यह जुए का अड्डा केवल मनोरंजन या शौकिया गतिविधि न होकर एक संगठित अपराध का केंद्र बन चुका था।
*एफआईआर दर्ज, संगठित अपराध की धारा में कार्यवाही*
पुलिस ने मामले को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए आरोपियों के विरुद्ध संगठित अपराध की धाराओं के अंतर्गत प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज की है। यह पहली बार है जब मधुसूदनगढ़ क्षेत्र में इस स्तर की कानूनी कार्यवाही जुआ संचालन के खिलाफ की गई है पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी सूरत में इस तरह के अवैध धंधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
*प्रमुख जुआ संचालक पुलिस रिमांड पर*
जांच में यह भी सामने आया है कि जुए का संचालन करने वाले कुछ लोग लंबे समय से इस धंधे में संलिप्त हैं और क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से लोगों को आकर्षित कर यहां लाया जाता था पुलिस ने प्रमुख जुआ संचालकों को चिन्हित कर उन्हें रिमांड पर लिया है, जिससे इस नेटवर्क की जड़ों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है पुलिस सूत्रों के अनुसार इनसे पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे होने की संभावना है।
फरार आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी
घटनास्थल से कुछ आरोपी भागने में सफल रहे, जिनकी तलाश के लिए पुलिस ने कई स्थानों पर दबिश देना शुरू कर दिया है पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और अन्य तकनीकी माध्यमों का सहारा लेते हुए फरार आरोपियों का सुराग लगाया है। जल्द ही इनकी गिरफ्तारी की भी संभावना जताई जा रही है।
कस्टडी में 12 आरोपी, निगरानीकर्ता भी निशाने पर
अब तक इस मामले में 12 आरोपियों को हिरासत में लेकर मधुसूदनगढ़ पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। इनके अलावा उन व्यक्तियों की भी तलाश की जा रही है, जो इस अवैध गतिविधि पर निगरानी रखते थे और पुलिस या बाहरी लोगों की आहट मिलने पर सतर्क कर देते थे ऐसे सहयोगियों की पहचान करने का कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने जताई सराहना
पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों द्वारा भी की जा रही है ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से पार्वती नदी के आसपास जुए की गतिविधियों से क्षेत्र का माहौल बिगड़ रहा था और अपराधों में भी वृद्धि हो रही थी इस कार्यवाही से अब उन्हें राहत मिली है और उम्मीद है कि पुलिस भविष्य में भी इसी तरह सतर्कता बरतेगी।
पुलिस अधीक्षक का सख्त संदेश
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए मधुसूदनगढ़ थाना प्रभारी संदीप यादव ने कहा कि “थाना क्षेत्र में किसी भी प्रकार के संगठित अपराध को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी, चाहे वे कितने भी प्रभावशाली क्यों न हों यह कार्यवाही एक संदेश है कि कानून का शासन सर्वोपरि है।”
*भविष्य में और भी कार्यवाही संभावित*
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह कार्रवाई केवल शुरुआत है पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की जड़ तक जाने की योजना बना रही है, जिससे जुए की इस श्रृंखला को पूर्णतः समाप्त किया जा सके। इसके लिए आर्थिक स्रोतों, कॉल रिकॉर्ड, बैंक लेन-देन और अन्य पहलुओं की जांच भी की जा रही है।
निष्कर्ष: कानून के शिकंजे में आया संगठित अपराध
मधुसूदनगढ़ पुलिस द्वारा की गई यह कार्यवाही निश्चित ही कानून व्यवस्था के लिहाज से एक बड़ी उपलब्धि है। यह न केवल अपराधियों को सबक सिखाने वाला कदम है, बल्कि आमजन को यह भरोसा भी दिलाता है कि कानून का डंडा अब सक्रिय रूप से काम कर रहा है। यह उम्मीद की जा सकती है कि ऐसे प्रयासों से क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और सुशासन को मजबूती मिलेगी।