
शिव MLA रविंद्र सिंह भाटी ने डॉक्टर के तंज का दिया करारा जवाब,
बाड़मेर जिला अस्पताल में लगवाने की सिफारिश की सोनोग्राफी मशीन
भारत संवाद/मुरलीधर पारीक/नागौर
आजकल बाड़मेर में डॉक्टर की कलम भी वोट देख कर चलती हे!
बाड़मेर, 22 अप्रैल 2025: राजस्थान के बाड़मेर जिले के शिव विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने एक बार फिर अपनी त्वरित कार्रवाई और जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता से सुर्खियां बटोरीं। हाल ही में एक डॉक्टर द्वारा उनके नाम का जिक्र करते हुए एक मरीज को सोनोग्राफी मशीन की अनुपलब्धता पर तंज कसने की घटना सामने आई थी। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए विधायक भाटी ने तुरंत कदम उठाया और बाड़मेर जिला अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन लगाने की सिफारिश का पत्र चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर को भेज दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस मामले में बताया गया कि एक मरीज ने अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन की कमी का मुद्दा उठाया, जिस पर डॉक्टर ने कथित तौर पर विधायक भाटी का नाम लेकर तंज कसा। इसकी जानकारी मिलते ही भाटी ने अपनी संवेदनशीलता और सक्रियता का परिचय देते हुए उसी दिन शाम तक अपने विधायक कोटे से मशीन लगाने की सिफारिश कर दी। यह कदम न केवल डॉक्टर के तंज का जवाब है, बल्कि क्षेत्र की जनता के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल भी है।
स्थानीय लोगों और भाटी के समर्थकों ने इस कार्रवाई की जमकर सराहना की है। सोशल मीडिया पर एक यूजर ने लिखा, “भाटी हैं तो मुमकिन है!” इस घटना ने एक बार फिर रविंद्र सिंह भाटी की जनता के प्रति जवाबदेही और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता को उजागर किया है।
गौरतलब है कि 26 वर्षीय रविंद्र सिंह भाटी राजस्थान के सबसे युवा विधायकों में से एक हैं। वे पहले भी स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी सुविधाओं के लिए कई अनूठी पहल कर चुके हैं। पिछले साल अक्टूबर में उनकी पहल पर गडरा सीएचसी और गिराब पीएचसी में जयपुर से 70 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम बुलाकर निशुल्क फिजियोथेरेपी कैंप आयोजित किया गया था, जिससे सैकड़ों मरीजों को लाभ हुआ था।
इस ताजा कदम से बाड़मेर जिला अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन की उपलब्धता से मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर जांच सुविधा मिल सकेगी, और उन्हें अन्य शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा। भाटी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता जनता की सेवा और स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करना है। किसी भी तंज से ज्यादा जरूरी है कि हमारे लोग स्वस्थ रहें।”
चिकित्सा मंत्री को भेजे गए पत्र के बाद अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि यह मशीन कितनी जल्दी अस्पताल में स्थापित हो पाती है। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि रविंद्र सिंह भाटी न केवल चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हैं, बल्कि जनता की समस्याओं के प्रति उनकी संवेदनशीलता उन्हें एक लोकप्रिय नेता बनाती है।
भारत संवाद/ मुरलीधर पारीक/नागौर