
,जो जीता वहीं बाजीराव,का उद्घोष हो ओर औरंगजेब ने धर्म के नाम पर बहुत अत्याचार किये कुछ ऐसा ही पहलगाम के आतंकी हमले में दिखाई दिया-थोरात
सनावद , बेड़िया/ अपराजेय योद्धा बाजीराव पेशवा का 285 वीं पुण्यतिथि स्मरण समारोह श्रीमंत बाजीराव पेशवे स्मृति प्रतिष्ठान द्वारा सोमवार को ग्राम रावरखेड़ी में बाजीराव पेशवा की समाधिस्थल पर आयोजित किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि पद्मश्री जगदीश जोशीला,विशेष अतिथि सेवकराम करोते एवं मुख्य वक्ता विनय दीक्षित थे। समारोह की अध्यक्षता सुधीर थोरात ने की।
मुख्य वक्ता दीक्षित ने अपने संबोधन में कहा कि बाजीराव पेशवा का पराक्रम और वीरता भारत के युवाओं को हमेशा प्रेरणा प्रदान करता रहेगा।बाजीराव विश्व के ऐसे एकमात्र योद्धा हैं,जिन्होंने अपने 40 वर्षीय जीवनकाल में 42 युद्ध लड़े और सभी युद्धों में विजयश्री प्राप्त की। बाजीराव पेशवा सामाजिक समरसता के प्रबल पैरोकार थे। लगभग 3 सौ वर्ष पहले बाजीराव ने अपने सैनिकों से कहा था कि योद्धा की कोई जाति नहीं होती। पराक्रम और वीरता ही योद्धा की जाति होती है। इसलिए जात-पात को छोड़कर एक साथ भोजन करो और युद्ध लड़ो। छत्रपति शिवाजी महाराज के हिंदवी साम्राज्य का स्वप्न अजेय योद्धा बाजीराव पेशवा ने साकार किया। इसलिए बाजीराव पेशवा का कृतित्व और शौर्य हम भारतीयों के गौरव का प्रतीक है और प्रत्येक भारतीय को “जो जीता वही बाजीराव” का विजय उद्घोष करना चाहिए।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे सुधीर थोरात ने कहा कि औरंगजेब ने धर्म के नाम पर जो अत्याचारों किए थे वही अत्याचार वर्तमान में पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा किया गया है। मालवा और निमाड़ में बाजीराव ने हिंदवी साम्राज्य का विस्तार किया। समारोह को मुख्य अतिथि जगदीश जोशीला ने भी संबोधित किया और कहा कि छत्रपति शिवाजी के दिल्ली विजय के सपने को बाजीराव पेशवा ने पूरा किया।
केन्या से पधारे चिंतक संतोष तिवारी ने अपने ओजस्वी वक्तव्य में कहा कि यदि बाजीराव पेशवा नहीं होते तो आज मालवा और निमाड़ पर यवनों का अधिकार होता। बाजीराव पेशवा ने अपने शौर्य और कुशल रणनीति से अटक से लेकर कटक और दिल्ली तक भगवा ध्वज फहराया और मुगल सल्तनत की हनक को समाप्त किया। भारत में हिंदुओं के अस्तित्व के सबसे बड़े रक्षक बाजीराव पेशवा हैं। बाजीराव पेशवा ने केवल सीमाओं का विस्तार नहीं किया अपितु भारत में हिंदुत्व की विजय पताका फहराई।
प्रारंभ में प्रतिष्ठान के संरक्षक अवधूत श्रीपाद स्वामी, प्रतिष्ठान के अध्यक्ष लक्ष्मणराव इंगले,प्रांत संगठन मंत्री खगेंद्र भार्गव,भाजपा जिलाध्यक्ष नंदा ब्राम्हणे,सांसद ज्ञानेश्वर पाटील,विधायक अर्चना चिटनिस,विधायक सचिन बिरला,बड़वाह नपाध्यक्ष राकेश गुप्ता और अतिथियों ने बाजीराव पेशवा की समाधि पर नमन किया और पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान डॉ.मुकेश गुप्ता,सांसद प्रतिनिधि श्याम माहेश्वरी,जितेंद्र सुराणा,महिम ठाकुर,मनोज बिर्ला,कुणाल सोनी,वारिश जैन,राजुल माहेश्वरी,संजय जैन,रामेश्वर पाटीदार,अनिरुद्ध हलवे,शिखर पंवार आदि उपस्थित थे।समारोह का संचालन नितिन करड़क ने किया। आभार आशुतोष अग्रवाल ने माना। कार्यक्रम के अंत में बाजीराव भोज का आयोजन किया गया।