
जलजीवन का पानी नहीं पहुंच रहा हफ्तों तक हैंडपंप खराब, ग्रामीण पानी को तरसे:
*पानी लोगो के घरों में ना पहुंच कर,आंखों में आया*
भारत संवाद/मुरलीधर पारीक /नागौर
उपखंड रियांबड़ी ग्राम कोड सरकार के स्वच्छ पेयजल के दावों की पोल खोलती एक तस्वीर सामने आई है, जहां जलदाय विभाग की उदासीनता के चलते गांव में हैंडपंप सात से दस दिनों से बंद पड़े हैं।ग्रामीणों ने बताया कई हैंडपंप तो महीनों से बंद पड़े हे,कई हैंडपंप PHED विभाग के हे ओर कई ग्राम पंचायत के हे,ग्राम पंचायत द्वारा लगवाए गए हैंडपंप को PHED के ठेकेदार दुरुस्त करने में आनाकानी करते हे, सूचना देने के बावजूद विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिससे ग्रामीण पानी के लिए दर दर भटकने को मजबूर हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हैंडपंप खराब होने से महिलाओं और बच्चों को दूर-दराज के स्रोतों से पानी लाना पड़ रहा है। गर्मी के इस मौसम में पानी की किल्लत ने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ग्राम कोड के निवासी हनुमान राम ने बताया कि जलदाय विभाग एवं ग्राम सरपंच को कई बार शिकायत भी की परंतु संतोष पूर्ण जवाब नहीं मिल पाया…
ग्रामीणों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “हर घर जल” जैसी योजनाएं सिर्फ कागजों तक सीमित हैं। जलदाय विभाग की इस लापरवाही ने सरकार के दावों को खोखला साबित कर दिया है।
भारत संवाद के रिपोर्टर की पादु कला जलदाय विभाग में दूरभाष के द्वारा वार्ता हुई जिस में अधिकारियों ने जल्द मरम्मत का आश्वासन दिया है, लेकिन परेशान ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।
भारत संवाद/नागौर/मुरलीधर पारीक