
हर सफल महिला के पीछे बाबा साहेब अंबेडकर के बनाये महिला कोड बिल का योगदान रहा है- डॉ नेताराम ठगेला।
रिपोर्ट सुधीर बैसवार
शिक्षा सागर बाबा साहेब है-कुर्जून,डीजीएम आर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया की ओर से 15 अप्रैल 2025 की रात्रि को धम्म ज्योति बुद्ध विहार में श्री दयानंद हराले, अध्यक्ष बुद्ध विहार की अध्यक्षता में जन्मदिवस मनाया गया/कार्यक्रम की शुरुआत में श्री अशोक रूपाणी, विधायक ने बाबा साहेब के जीवन के अनेक पहलुओ पर विचार रखते हुए बुद्ध विहार की बाउंड्री दिवार बनाने के विधायक फंड से 08 लाख रूपए दिए/बाबासाहेब के बनाए समता सैनिक दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री अशोक शेंद्रे, ने कहा बाबासाहेब का शिक्षित बनो का मतलब केवल अपने बच्चों का नहीं मौहल्ले, गांव, शहर के अन्यों बच्चों को भी पढ़ाना है, संगठन के माध्यम से दबे कुचले लोगों की आवाज बनकर संघर्ष करना है/श्री सुधीर कुजुर, उपमहाप्रबंधक आर्डिनेंस फैक्ट्री, खमरिया ने कहा उनके पास 32 ड्रीग्री और चार पीएचडी थी/उनका अनुसरण शिक्षा लेकर व देकर करें/डायरेक्टर ठगेला साहेब को सुनने के लिए अपनी वाणी को विश्राम देता हूं/मुख्य वक्ता डा नेतराम ठगेला, अध्यक्ष फेडरेशन ने भव्य स्वागत के लिये आभार व्यक्त करते हुए कहा डा अम्बेडकर की शिक्षा, उनके संविधान व दलितोत्थान पर काफी चर्चा हो गयी है/मैं देश की आधी आबादी महिलाओं पर बात करूंगा/लोग कहते हैं हर सफल पुरूष के पीछे किसी न किसी महिला का हाथ होता है, इसके साथ यह भी सत्य है और मगर यहां बैठी हजारों महिलाएं सुन ले हर सफल महिला के पीछे बाबासाहेब का योगदान रहा है/ बाबासाहेब ने अधिकार दिया इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री व द्रोपदी मुर्मू राष्ट्रपति समेत देश लाखों महिलाओं को सम्मान जनक जिंदगी मिली/अधिकार देने की शुरुआत 1927 में विधायक बनते ही शुरू कर दिया, संविधान से अधिकार दिए/संविधान के बाद भी महिला कोड बिल लाए जिसके पास न होने पर बाबासाहेब मंत्री पद को लात मारकर सरकार से बाहर आ गये/। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए सुश्री निशा राऊत ने कहा, बाबा साहेब की तारीफ कैसे करूं, मेरे पास शब्द नहीं, तुलना कैसे करूं उनके समान दूसरा कोई नही/इसके बाद भीमा कोरा गांव के संघर्ष में महिलाओं की भूमिका पर नाट्य प्रस्तुति और इसके बाद बाबासाहेब के अनुकरण में सुंदर गीत इसके बाद रात्रि 12 बजे के बाद तक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां चलती रही/